UKSSSC: आयोग ने प्रतिबंधित छात्रों को जारी किए एडमिट कार्ड, फिर लिंक हटाया और कहा- परीक्षा देने न आएं
पिछले साल स्नातक स्तरीय परीक्षा सहित विभिन्न परीक्षाओं के पेपर लीक हो गये थे. एसटीएफ की जांच के बाद आयोग ने विभिन्न भर्तियों में पेपर लीक करने के आरोप में करीब 200 अभ्यर्थियों को सभी भर्ती परीक्षाओं से पांच साल के लिए डिबार (निषिद्ध) कर दिया था.
उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने 9 जुलाई को होने वाली स्नातक स्तरीय भर्ती परीक्षा के लिए पेपर लीक के बाद छात्रों के एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं। जब तक आयोग को इसकी जानकारी हुई, तब तक पेपर लीक करने वाले 71 अभ्यर्थी परीक्षा दे चुके थे। उनके एडमिट कार्ड डाउनलोड कर लिए। जानकारी होने पर आयोग ने तुरंत लिंक हटाकर प्रक्रिया रोक दी। इसमें देर रात तक सुधार होता रहा।
दरअसल, पिछले साल स्नातक स्तर की परीक्षा समेत विभिन्न परीक्षाओं के पेपर लीक हो गए थे. एसटीएफ की जांच के बाद आयोग ने विभिन्न भर्तियों में पेपर लीक करने के आरोप में करीब 200 अभ्यर्थियों को सभी भर्ती परीक्षाओं से पांच साल के लिए डिबार (निषिद्ध) कर दिया था. इसके बाद आयोग ने सचिवालय रक्षक और वन निरीक्षक की दो भर्तियां निकालीं, जिसमें इन डिबार अभ्यर्थियों को एडमिट कार्ड जारी नहीं किए गए। अब स्नातक स्तर की भर्ती के लिए तीसरी परीक्षा 9 जुलाई को है, जिसके एडमिट कार्ड आयोग ने सोमवार को जारी कर दिए।
इसके कुछ देर बाद ही आयोग ने अपना लिंक हटा दिया, जिसके चलते प्रदेश भर के अभ्यर्थी एडमिट कार्ड डाउनलोड करने के लिए परेशान हो गए। दरअसल, आयोग को पता चला कि एजेंसी की गलती के कारण पुराने डेटा के मुताबिक एडमिट कार्ड जारी कर दिये गये हैं. जिससे डिबार छात्रों को अलग नहीं किया गया। हैरान करने वाली बात यह है कि कुछ ही मिनटों में पेपर लीक करने वाले 71 अभ्यर्थियों ने एडमिट कार्ड भी डाउनलोड कर लिया। खबर लिखे जाने तक आयोग ने अपनी वेबसाइट से एडमिट कार्ड का लिंक हटा दिया था, जिसे देर रात फिर से शुरू करने की बात कही जा रही थी।
डिबार विद्यार्थियों से अपील, परीक्षा देने न आएं
अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के सचिव एसएस रावत ने डिबार छात्रों को संबोधित पत्र जारी किया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि चूंकि उन्हें सभी परीक्षाओं से वंचित कर दिया गया है। इसलिए स्नातक स्तरीय परीक्षा में भी उन्हें मौका नहीं मिलेगा. उन्होंने अपील की है कि ऐसे डिबार विद्यार्थी अनावश्यक रूप से परीक्षा केंद्र पर उपस्थित न हों।
हरिद्वार के अभ्यर्थियों को नैनीताल, अल्मोड़ा सेंटर दिए गए
कुछ अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र डाउनलोड करने में जितना समय लगा, उतने में हरिद्वार के अभ्यर्थी अपने परीक्षा केंद्र देखकर चौंक गए। आयोग ने कुछ को टिहरी तो कुछ को नैनीताल और अल्मोड़ा के परीक्षा केंद्र आवंटित किए हैं। मामले में आयोग सचिव एसएस रावत का कहना है कि चूंकि हरिद्वार जिले में कांवड़ यात्रा चल रही है, इसलिए यहां के अभ्यर्थियों को दूसरे जिलों के केंद्रों पर समायोजित किया गया है।
442 केंद्रों पर 1,46,371 देंगे परीक्षा
आयोग के सचिव सुरेंद्र सिंह रावत ने बताया कि 9 जुलाई को सुबह 9 बजे से दोपहर 1 बजे तक छात्रावास अधीक्षक, ग्राम पंचायत विकास अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी, मैट्रन केयर कम हॉस्टल प्रभारी, सहायक चकबंदी अधिकारी, सहायक प्रबंधक उद्योग, सहायक समाज कल्याण अधिकारी की परीक्षा होगी। असिस्टेंट रिव्यू ऑफिसर, असिस्टेंट रिसेप्शनिस्ट, पैट्रन कम डाटा एंट्री ऑपरेटर, स्क्रूटिनाइजर, सुपरवाइजर पदों के लिए 12 जिलों के 442 केंद्रों पर आयोजित की जाएगी। इसके लिए 1,46,371 अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र जारी किये जाने हैं।
उम्मीदवार वेबसाइट www.sssc.uk.gov.in पर अपने आवेदन पत्र के अनुसार नाम, पिता का नाम, जन्म तिथि और मोबाइल नंबर दर्ज करके अपना प्रवेश पत्र डाउनलोड और प्रिंट कर सकते हैं। अभ्यर्थी को प्रवेश पत्र के साथ परीक्षा केंद्र पर अपनी रंगीन पासपोर्ट साइज की दो फोटो, आधार कार्ड या फोटोयुक्त पहचान पत्र और अपना एकमात्र काला बॉल प्वाइंट पेन लाना होगा। परीक्षा केंद्र पर सुबह 9:30 बजे से एंट्री शुरू होगी. सुबह 10:30 बजे के बाद किसी को भी प्रवेश नहीं दिया जाएगा.
स्नातक स्तर की परीक्षा से पेपर लीक की शुरुआत हुई
पिछले वर्ष अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने स्नातक स्तर की परीक्षा आयोजित की थी। आयोग ने अपना पेपर लीक होने की जानकारी मिलने पर केस दर्ज कराया था. इसके बाद सरकार ने जब इसकी जांच एसटीएफ से कराई तो एक के बाद एक कई भर्तियों में पेपर लीक का मामला सामने आया। इस मामले में बड़ी संख्या में पेपर लीक के आरोपी सलाखों के पीछे गये। अब आयोग दोबारा परीक्षा आयोजित कर रहा है।
प्रक्रिया देखने वाली एजेंसी ने गलती से पुराने डाटा के आधार पर एडमिट कार्ड जारी कर दिए। जब हमें इस बारे में पता चला तो हमने तुरंत एजेंसी से बात कर लिंक हटा दिया. अब नए सिरे से लिंक जारी किया जाएगा।