उत्तरकाशी टनल हादसे में मजदूरों के फंसने के बाद उन्हें बाहर निकालने के लिए 17 दिन से प्रयास जारी थे। इस मिशन में कई विभाग और सैकड़ों लोगों ने अपना योगदान दिया है। इनमें एमपी कैडर के आईएएस का नाम भी शामिल है।
उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे 41 मजदूर सकुशल बाहर आ गए हैं। इस पूरे मिशन को सफल बनाने में मध्यप्रदेश कैडर के एक सीनियर आईएएस की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। भारतीय प्रशासनिक सेवा में मध्यप्रदेश कैडर के 1989 बैच के आईएएस अनुराग जैन ने इस मिशन में अहम रोल निभाया है। मजदूरों के सुरंग में फंसने के बाद पहले दिन से ही उन्होंने मौके पर मोर्चा संभाल लिया था। उनके नेतृत्व में ही मजदूरों को निकालने का पूरा कार्य किया जा गया है। अनुराग वर्तमान में केंद्र में प्रति नियुक्ति पर हैं और वे ट्रांसपोर्ट एंड हाइवेज मंत्रालय के सेक्रेटरी हैं।
सीएस की दौड़ में रहे शामिल
अनुराग जैन का नाम मध्यप्रदेश के नए मुख्य सचिव की दौड़ में भी रह चुका है। सीएस इकबाल सिंह बैंस रिटायर्ड हो रहे हैं। ऐसे में नए मुख्य सचिव के लिए वीरा राणा, मो सुलेमान, एस एन मिश्रा, राजेश राजोरा जैसे कई सीनियर आईएएस के नाम इस पद के लिए चर्चा में थे। इनमें एक नाम अनुराग जैन का भी था। वे केंद्र और मध्यप्रदेश में कई महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके हैं। एमपी में उन्होंने कलेक्टर रहते हुए भोपाल जिले की कमान संभाली है। वे प्रधानमंत्री कार्यालय का भी अनुभव रखते हैं।
क्या था उत्तरकाशी टनल मिशन
उत्तरकाशी में निर्माणाधीन सिल्कयारा टनल का एक हिस्सा दीवाली की सुबह 12 नवंबर को ढह गया था। इसके बाद 41 मजदूर यहां टनल में फंस गए थे। इसके बाद से ही इन्हें निकालने के लिए बचाव कार्य शुरू किया गया था। इसके लिए 20 से अधिक अलग अलग एजेंसियों को यहां लगाया गया था। पूरा देश इन मजदूरों के सकुशल बाहर निकलने की दुआ कर रहा था। 17 दिन बाद मंगलवार को इन सभी मजदूरों को निकालने में सफलता मिली।