आरोपी ने बदले तीन नाम: बंगाल के जहीरूद्दीन ने राजू बनकर की थी हत्या, फिर सोलेमन बनकर केरल में रहने लगा
बाजपुर पुलिस ने गांव वीरपुरी थापकनगला में 15 साल पहले हुई आटा चक्की मालिक राजवीर की हत्याकांड का खुलासा कर हत्यारोपी नौकर राजू को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार कर लिया है। एसएसपी ने बताया कि राजू का असल नाम जहीरूद्दीन है। बीते दस साल से वह केरल में सोलेमन बनकर रह रहा था।
मंगलवार को कोतवाली में एसएसपी डॉ. मंजूनाथ टीसी ने बताया कि गांव वीरपुरी थापकनगला निवासी राजवीर सिंह की गांव में आटा चक्की थी। चक्की में राजू नाम का एक नौकर रहता था। तीन दिसंबर 2008 को राजू ने चारपाई से बांधकर राजवीर की पेचकश से हत्या कर दी थी। घटना के बाद वह फरार हो गया था।
मृतक के चाचा सामती सिंह की तहरीर पर धारा 302 के तहत केस दर्ज किया गया। आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने पर वांछित घोषित कर राजू पर दस हजार का इनाम घोषित किया गया। उसके बाद आरोपी राजू के खिलाफ मफरूरी में आरोप पत्र कोर्ट में पेश किया गया।
वर्ष 2022 में डीआईजी की ओर से हत्यारोपी राजू पर पचास हजार का इनाम घोषित किया गया। इस दौरान पुलिस टीम ने पश्चिम बंगाल दीनानपुर में जाकर हत्यारोपी का सही नाम तस्दीक कर मोबाइल नंबर प्राप्त कर लिया। सर्विलांस की मदद हत्यारोपी की लोकेशन केरल में आई। इस साल 21 जनवरी को पुलिस केरल पहुंची तो आरोपी वहां से फरार हो गया।
सर्विलांस के जरिये 10 अक्तूबर को एसओजी के नेतृत्व में पुलिस टीम ने केरल जाकर तलाश की तो आरोपी वहां से पश्चिमी बंगाल पहुंच गया। मोबाइल ट्रेस करते हुए पुलिस ने 15 अक्तूबर को हत्यारोपी राजू को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार कर लिया। टीम में कोतवाल प्रवीण कोश्यारी, एसओजी प्रभारी भुवन चंद जोशी, एसआई विक्रम धामी, कुलदीप सिंह, कैलाश तोम्कयाल शामिल थे।
आरोपी ने तीन नाम बदले
एसएसपी ने बताया कि आटा चक्की में नौकरी करते समय उसने अपना नाम राजू उर्फ राज रखा था। हत्या के बाद राजू भागकर केरल गया था। वहां उसने दस साल तक बिल्डिंग निर्माण में मजदूरी का कार्य किया। इस दौरान उसने अपना नाम सोलेमन रखा। वह मूल रूप से पश्चिम बंगाल के गांव गौलापार थाना रायगंज जिला दिनानपुर का रहने वाला है।