लोकसभा चुनाव के लिए संतों को आना चाहिए आगे : चिदानंद सरस्वती
उत्तरकाशी। परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती ने हरिद्वार लोकसभा सीट पर चुनाव के लिए संतों को आगे आने की बात कही है। उन्होंने कहा कि संताें की बात सुनी जाती है, इसलिए उन्हें आगे आना चाहिए। हालांकि उन्होंने स्वयं चुनाव लड़ने से इन्कार किया।
रविवार को जीएमवीएन के अतिथि गृह में परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानंद ने पत्रकार वार्ता की। उन्होंने उत्तरकाशी शहर में कचरे की समस्या पर खुलकर अपनी बात रखी। कहा कि कचरा साफ करना केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है। यह सबकी जिम्मेदारी है जिस दिन मेरा कचरा मेरी जिम्मेदारी, मेरा शहर मेरी शान, मेरा गांव मेरा तीर्थ बन जाएगा उस दिन कचरा नजर नहीं आएगा।
उन्होंने लोगों से कचरे के लिए सरकार को टोकने के साथ खुद को भी झोंकने की बात कही। उन्होंने कहा कि सनातन को लेकर विरोधाभास पैदा किए जा रहे हैं। जब से सृष्टि है, तब से सनातन है। सनातन बीमारी नहीं बल्कि इलाज है। कहा कि विश्व में जितनी भी समस्याएं खड़ी हो रही है। उन सभी का समाधान सनातन है। साध्वी भगवती सरस्वती ने कहा कि चारधाम यात्रा मार्गों पर व्यवस्था नहीं बल्कि आस्था महत्व रखती है।
व्यवस्था को दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहरों में देखी जाती है। चारधामों के दर्शनों के लिए लोग आस्था के चलते आते हैं न की व्यवस्था के चलते। इस अवसर पर स्वामी चिदानंद सरस्वती ने स्थानीय लोगों की भी समस्याएं सुनी। उन्होंने यहां बालिकाओं की शिक्षा के साथ उन्हें अच्छी कोचिंग दिलाने के लिए प्रयास करने की बात कही। इस मौके पर गंगा विचार मंच के प्रदेश संयोजक लोकेंद्र बिष्ट, कीर्ति पंवार आदि मौजूद रहे।