क्रिसमस और नए साल का जश्न मनाने के लिए अब तक करीब 40 प्रतिशत सैलानियों ने ऑनलाइन बुकिंग भी कर दिए हैं। कई पर्यटक तैयारियों को लेकर पूछताछ कर रहे हैं।
क्रिसमस और थर्टी फर्स्ट की तैयारियों को लेकर हेंवलघाटी, तपोवन और शिवपुरी क्षेत्र में कैंप सजने लगे हैं। दिल्ली, हरियाणा, मुंबई, राजस्थान समेत विभिन्न प्रांतों के पर्यटक यहां पहुंचते हैं। पर्यटकों के लिए यह दिन यादगार बनाने के लिए कैंप संचालकों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। क्रिसमस और नए साल का जश्न मनाने के लिए अब तक करीब 40 प्रतिशत सैलानियों ने ऑनलाइन बुकिंग भी कर दिए हैं। कई पर्यटक तैयारियों को लेकर पूछताछ कर रहे हैं।
25 दिसंबर सोमवार को क्रिसमस है। इससे पहले शनिवार और रविवार वीकेंड है। तीन दिन का अवकाश होने के कारण कैंप व्यवसायियों को कैंपों में भीड़ उमड़ने की उम्मीद है। हेंवलघाटी क्षेत्र अंतर्गत रत्तापानी, गरुड़चट्टी, घटूटगाड़, मोहनचट्टी, बैरागढ़, बिजनी, नैल, शिवपुरी क्षेत्र अंतर्गत कौड़ियाला, व्यासी, गूलर और तपोवन अंतर्गत घूघतानी, पाथौं, क्यार्की आदि क्षेत्रों में पर्यटकों के लिए लग्जरी कैंप सज गए हैं।
क्रिसमस और नए साल का जश्न फीका ने पड़े इसके लिए कैंप व्यवसायियों की ओर से पर्यटकों के लिए बॉर्न फायर, क्रिसमस ट्री, डीजे, केक कटिंग और आतिशबाजी आदि की व्यवस्था की जा रही है। कैंप व्यवसायी त्रिवेंद्र नेगी, अरविंद नेगी और जीतपाल ने बताया कि क्रिसमस और नए साल का जश्न मनाने के लिए कैंपों में अब तक करीब 40 प्रतिशत ऑनलाइन बुकिंग हो गई है। क्रिसमस पर तीन दिन का अवकाश होने का लाभ भी कैंप व्यवसायियों को मिलेगा। वहीं, राफ्टिंग व्यवसायियों में मायूसी है।
व्यवसायियों का कहना है कि मौसम परिवर्तन होने के कारण दिसंबर और जनवरी में राफ्टिंग के शौकीनों की संख्या न के बराबर होती है। गंगा रिवर राफ्टिंग रोटेशन समिति के अध्यक्ष दिनेश भट्ट ने बताया कि ठंडा होने के कारण दिसंबर से लेकर फरवरी तक राफ्टिंग के कारोबार ठंडा रहता है।
एक से 10 हजार रुपये प्रति पर्यटक शुल्क
कैंपों में प्रति पर्यटक न्यूनतम एक हजार से लेकर दस हजार रुपये तक का शुल्क लिया जाता है। जिसमें उनके लिए सुबह, दोपहर और रात का खाना शामिल होता है। इसके साथ ही पर्यटकों के लिए शाम के स्नैकस और मनोरंजन की व्यवस्था भी रहती है।