सब्जियों के दाम बढ़े: महंगाई का दंश, जनता पस्त; सब्जियों की कीमतें आसमान छू गईं
मानसून आते ही सब्जियों के दाम आसमान छूने लगे हैं. एक सप्ताह पहले 40 रुपये किलो बिकने वाला टमाटर अब 80 रुपये किलो तक पहुंच गया है. लगातार बढ़ती महंगाई का सबसे बड़ा असर गरीब और सामान्य परिवारों पर पड़ रहा है.
इतना ही नहीं कई सब्जियों की कीमतों में और बढ़ोतरी हो सकती है. गढ़वाल के प्रवेश द्वार कोटद्वार की मंडी में ज्यादातर सब्जियां मैदानी इलाकों से आती हैं, लेकिन पिछले एक हफ्ते से सब्जियों के दामों ने आम आदमी की जेब ढीली कर दी है.
सब्जियों के दाम बढ़ने के पीछे मैदानी इलाकों में हुई बारिश को बताया जा रहा है. सब्जी विक्रेता शहजाद अली ने बताया कि नजीबाबाद मंडी में भी कम सब्जियां पहुंच रही है। ऐसे में ताजी सब्जियां भी नहीं मिल पाती हैं। बारिश के कारण आलू, टमाटर और प्याज के दाम कुछ दिनों में और बढ़ सकते हैं.
पाव रोटी के हिसाब से सब्जियाँ खरीदना
सब्जियों की बढ़ती कीमतों का असर शहरवासियों की थाली पर भी दिख रहा है. सब्जी व्यवसायियों ने बताया कि महंगाई के कारण अधिकांश ग्राहक पाव भर ही सब्जी खरीद रहे हैं. महंगी सब्जियों से लोगों को कब राहत मिलेगी, इसके बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता. इधर, सब्जियों के दाम बढ़ने के कारण गृहणियों ने थाली में सब्जियों की मात्रा कम करना शुरू कर दिया है. अधिकतर गृहिणियां टमाटर खरीदने की बजाय टमाटर की प्यूरी बनाने लगी हैं।
कीमतें आसमान छू रही हैं
सब्जियां एक सप्ताह पूर्व वर्तमान दाम
- टमाटर 40 रुपये 80 रुपये
- प्याज 20 रुपये 30 रुपये
- आलू 20 रुपये 30 रुपये
- भिंडी 20 रुपये 40 रुपये
- फूल गोभी 80 रुपये 100 रुपये
- मटर 60 रुपये 100 रुपये