ऑटोमेटिक टेस्टिंग के बाद ही अब डीएल बनेगा। परिवहन विभाग ने नियमावली में संशोधन कियाहै। इसके लिए ऑटोमेटिक सेंटर बनाए जाएंगे। केंद्रों पर कंप्यूटर, सीसीटीवी की मदद से ड्राइविंग टेस्ट लिया जाएगा।
प्रदेश में अब ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए ऑटोमेटिक टेस्ट देना होगा, जिसके लिए 100 रुपये अतिरिक्त यूजर चार्ज भी देना होगा। परिवहन विभाग की नीति में इस बदलाव पर सोमवार को कैबिनेट ने मुहर लगा दी है।
प्रदेश में 21 ड्राइविंग टेस्ट सेंटर बन रहे हैं, जिनमें से आठ प्रस्ताव परिवहन विभाग ने पास भी कर दिए हैं। सचिव परिवहन अरविंद सिंह ह्यांकी ने बताया, अभी तक देहरादून में ऑटोमेटिक टेस्ट सेंटर से टेस्ट के आधार पर ही ड्राइविंग लाइसेंस जारी होते आए हैं, लेकिन प्रदेश में सभी 21 एआरटीओ क्षेत्रों में ऐसे सेंटर बनाए जा रहे हैं।
इनमें से आठ के प्रस्ताव को पास किया जा चुका है। बाकी पर भी काम चल रहा है। बताया, आने वाले समय में इन सेंटर पर टेस्ट के बाद ही डीएल जारी होगा, बिना टेस्ट नहीं। सचिव ह्यांकी ने बताया कि इन सेंटर के संचालन को होने वाले खर्च की भरपाई के लिए ही 100 रुपये यूजर चार्ज का प्रावधान किया गया है।
कैबिनेट से मुहर के बाद अब इसकी अधिसूचना जारी होगी। बताया, अभी तक कई ऑनलाइन सेवाओं के प्रबंधन को परिवहन विभाग 50 रुपये यूजर चार्ज लेता आया है। अब ऑटोमेटिक टेस्ट के बाद 100 रुपये यूजर चार्ज अलग से देय होगा।