

उत्तराखंड के मदरसों में अब संस्कृत सब्जेक्ट भी पढ़ाया जाएगा। उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के चेयरमैन शादाब शम्स ने वार्ता 24 से बातचीत करते हुए बताया है कि उत्तराखंड मदरसा बोर्ड के अंतर्गत आने वाले मदरसों में NCERT के सिलेबस को लागू होगा। इसके लिए बकायदा टीचर्स भी नियुक्त किए जाएंगे। शादाब शम्स का कहना है कि बड़े पैमाने में लोगों का संस्कृत के प्रति उत्साह है।
उत्तराखंड वक्फ बोर्ड चेयरमैन शादाब शम्स ने बताया कि कार्यक्रम के पहले चरण में देहरादून, हरिद्वार, ऊधम सिंह नगर और नैनीताल जिलों में चार मदरसों में किए गए शिक्षा के आधुनिकीकरण को देखते हुए करीब 50 मदरसों ने हमसे संपर्क किया है उनके यहां भी आधुनिकीकरण किए जाने की मांग है। इन मॉडर्न मदरसों में पढ़ने वाले बच्चों का ड्रेस कोड भी होगा, जो वक्फ बोर्ड तय करने जा रहा है।
शम्स ने बताया कि फिलहाल 117 मदरसों में भी संस्कृत शिक्षा दी जाएगी। पढ़ाई के साथ स्मार्ट क्लास की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड देवभूमि है, अगर यहां संस्कृत नहीं पढ़ाई जाएगी तो कहां पढ़ाई जाएगी। अब मुस्लिम समाज के लोग भी बदलाव चाहते हैं। मदरसों को अपग्रेड किया जाना ऐतिहासिक पहल है।