लों में सुधार के लिए तमाम प्रयास किए गए हैं। जेलों में बंदियों को मिलने वाले खाने व नाश्ते की व्यवस्था को और भी बेहतर बनाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए शासन की ओर से जेलों में सर्दी के मौसम में खाने और नाश्ते का नया मेन्यू तैयार किया गया है।
सूबे की जेल में बंद कैदियों को और अधिक पौष्टिक और स्वादिष्ट खाना परोसे जाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। बंदियों को रोटी, दाल और सब्जी के अलावा देशी घी व सलाद भी परोसा जाएगा। वहीं सुबह की जगह शाम को भी एक प्याली चाय दी जाएगी। अब तक बंदियों के लिए यह व्यवस्था नहीं थी। इस व्यवस्था को लागू करने के लिए सभी जेलों को आदेश जारी किए गए हैं।
शासन की ओर से पुराने मैनुअल को बदलकर नया मैनुअल लाया गया है। इसमें जेलों में सुधार के लिए तमाम प्रयास किए गए हैं। जेलों में बंदियों को मिलने वाले खाने व नाश्ते की व्यवस्था को और भी बेहतर बनाने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए शासन की ओर से जेलों में सर्दी के मौसम में खाने और नाश्ते का नया मेन्यू तैयार किया गया है।
नए मेन्यू के आधार पर अब बंदियों को मोटा अनाज, बाजरा और मंडुवे की मिक्स रोटियां दी जाएंगी। इसके अलावा पांच ग्राम देशी घी, सलाद में प्याज, लहुसन, नींबू, टमाटर और प्याज दिया जाएगा। साथ ही 50 ग्राम गुड़ भी दिया जाएगा। इसके अलावा अब तक बंदियों को सुबह समय नाश्ते में ही एक बार चाय मिलती थी। अब बंदियों को दो समय चाय और चार बिस्किट भी दिए जाएंगे।
नवंबर से फरवरी तक मिलेगा यह खाना
नए मेन्यू के अनुसार जेल में बंद बंदियों को यह खाना नवंबर से फरवरी माह तक ही मिलेगा। फरवरी माह के बाद गर्मी के मौसम के अनुसार खाना और नाश्ता दिया जाएगा। गर्मी के मौसम के मेन्यू में कुछ बदलाव किए गए हैं।
कुछ जेलों में नई व्यवस्था लागू
एक जेल अधिकारी ने बताया कि सूबे की कुछ जेल में नए मेन्यू के अनुसार बंदियों को खाना और नाश्ता देने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। कुछ में अभी यह प्रक्रिया आधी-अधूरी है। इन जेलों में भी यह प्रक्रिया पूरी तरह से जल्द शुरू हो जाएगी।
जेल के नए मैनुअल मेें बंदियों के खाने और नाश्ते में कई बदलाव किए गए हैं। इसमें देशी घी, गुड़ और सलाद आदि की व्यवस्थाएं की गई हैं। -दधिराम मौर्य, डीआईजी जेल