असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. एनएस बिष्ट ने बताया कि पिछली बार अधिकतर लोगों ने काढ़ा पिया। इसके अलावा डॉक्टर की सलाह के बिना दवाएं भी लीं। ऐसे में कुछ लोगों में दवाओं के ओवरडोज से समस्या हो गई थी। यह समस्या अबतक बनी हुई है।
केरल में कोरोना की दस्तक के बाद लोगों में एक बार फिर डर का माहौल है। हल्की खांसी या जुकाम, बुखार में लोग कोरोना की जांच के लिए अस्पताल जा रहे हैं। डॉक्टर के पास आकर कोविड जांच की मांग कर रहे हैं। ऐसे में डॉक्टर मरीजों को अनावश्यक जांच न करवाने और अनावश्यक दवाएं न लेने को कह रहे हैं।
दून अस्पताल की इमरजेंसी मेडिसिन के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. एनएस बिष्ट ने बताया कि पिछली बार अधिकतर लोगों ने काढ़ा पिया। इसके अलावा डॉक्टर की सलाह के बिना दवाएं भी लीं। ऐसे में कुछ लोगों में दवाओं के ओवरडोज से समस्या हो गई थी। यह समस्या अबतक बनी हुई है।
दून अस्पताल की मेडिसिन विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. नारायणजीत सिंह का कहना है कि डरने की जरूरत नहीं है। डॉक्टर की सलाह के बिना दवाएं न लें। कोविड का नया वेरिएंट जेएन.1 ओमिक्रॉन का ही एक म्यूटेशन है। उम्मीद है कि इस बार कोविड की दूसरी लहर की तरह हालात नहीं होंगे।I