आठ दिसंबर को बुजुर्ग महिला पर पिटबुल नस्ल के कुत्ते ने जानलेवा हमला कर दिया था। शोर मचाने पर आसपास के लोगों ने किसी तरह उन्हें कुत्ते से छुड़ाया था। कुत्ते ने उनके मुंह समेत शरीर के कई हिस्सों को बुरी तरह नोच डाला था।
पिटबुल के हमले में घायल हुई बुजुर्ग महिला ने उपचार के दौरान ऋषिकेश एम्स में दम तोड़ दिया है। सूचना पर रुड़की पुलिस एम्स पहुंची और शव का पोस्टमार्टम कराया। वहीं, पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई के लिए वैधानिक राय ले रही है।
सिविल लाइंस कोतवाली क्षेत्र स्थित ढंडेरा निवासी बुजुर्ग महिला केला देवी निवासी आठ दिसंबर की दोपहर करीब 12 बजे पोस्टऑफिस वाली गली में जा रही थी। इस दौरान पिटबुल नस्ल के कुत्ते ने उनपर जानलेवा हमला कर दिया था। शोर मचाने पर आसपास के लोगों ने किसी तरह उन्हें कुत्ते से छुड़ाया था। हमले में केला देवी गंभीर रूप से घायल हो गई थीं। कुत्ते ने उनके मुंह समेत शरीर के कई हिस्सों को बुरी तरह नोच डाला था।
गंभीर हालत में महिला को रुड़की सिविल अस्पताल ले जाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद गंभीर हालत देखते हुए डॉक्टरों ने महिला को ऋषिकेश एम्स के लिए रेफर कर दिया। पुलिस ने महिला के बेटे संजय की तहरीर पर पिटबुल के मालिक पर केस दर्ज किया। साथ ही महिला के एम्स पहुंचकर बयान दर्ज किए गए। तभी से महिला का एम्स में ही उपचार चल रहा था।
जहां महिला ने शनिवार को उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी ने बताया कि पिटबुल के हमले में घायल महिला की मौत हो गई है। पुलिस को भेजकर एम्स में ही महिला का पोस्टमार्टम कराया गया है। इस मामले में आगे की कार्रवाई के लिए वैधानिक राय ली जा रही है।
महिला की मौत से दहशत में लोग
महिला की मौत की सूचना मिलते ही आसपास रहने वाले लोग दहशत में हैं। लोगों को दहशत सता रही है कि भविष्य में पिटबुल कुत्ता किसी पर भी हमला कर सकता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस नस्ल के कुत्ते के घर में पालने पर रोक लगनी चाहिए। ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोबारा न हो सके।