Begin typing your search above and press return to search.
उत्तराखंड

CM Dhami: प्रेमा जगाती सरस्वती विहार विद्यालय में बच्चों के बीच पहुंचकर सीएम हुए अभिभूत, शिक्षकों को दी बधाई

Abhay updhyay
4 Nov 2023 12:24 PM GMT
CM Dhami: प्रेमा जगाती सरस्वती विहार विद्यालय में बच्चों के बीच पहुंचकर सीएम हुए अभिभूत, शिक्षकों को दी बधाई
x

पार्वती प्रेमा जगाती सरस्वती विहार स्कूल के 36वें वार्षिकोत्सव समारोह में सीएम पुष्कर सिंह धामी (cm pushkar singh dhami) ने बच्चों, अभिभावकों एवं शिक्षकों को बधाई दी। उन्होंने कहा इस विद्यालय के विद्यार्थी आज इंजीनियर,कारोबारी, प्रशासनिक अधिकारी व राजनीतिज्ञ बनकर अपनी बुलंदियों को छू रहे हैं।

सीएम धामी ने कहा कि यह विद्यालय बहुत ही कठिन परिस्थितियों में निर्मित होकर आज यह एक विशाल वटवृक्ष का रूप ले चुका है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि किताबी ज्ञान तक सीमित ना रहें। खुद के अस्तित्व की खोज कर अपने जीवन को सफल बनाएं। उन्होंने कहा बचपन के संस्कार सम्पूर्ण जीवन में काम आते है इसलिए हमें बच्चों को बचपन से ही संस्कारवान शिक्षा प्रदान कर भविष्य के निर्माण के लिए कार्य करना होगा। उन्होंने विद्यार्थियों से जीवन का लक्ष्य तय करते हुए पूर्ण मनोयोग, ईमानदारी,कर्तव्य निष्ठा से कार्य करने को कहा। यही मूल मंत्र जीवन को सफल बनाएगा।

स्वामी विवेकानंद को याद करते हुए उन्होंने कहा कि मुझे आज भी उनकी यह बात याद है कि प्रत्येक मनुष्य में अनंत ऊर्जा शक्ति का भंडार है उसे सिर्फ जानने व दिशा देने की जरूरत है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि जीवन में कभी कोई परेशानी आती है तो उसे सकारात्मक सोच के साथ समस्या का समाधान करें। उन्होंने बच्चों से कहा कि यह शिक्षा का कालखंड दोबारा आपके जीवन में कभी नहीं आयेगा, समय बहुमूल्य है इसकी महत्ता को सभी को समझना होगा, एक-एक पल जीवन के लिए उपयोगी है अगर हम समय को समझ लेते हैं तो अपने जीवन के साथ ही देश व प्रदेश नाम रोशन कर सकते है।

सीएम धामी ने कहा कि उत्तराखंड देश के प्रथम राज्य में शुमार है जिसने शिक्षा नीति को सर्वप्रथम लागू किया। नई शिक्षा नीति में जहां रोजगार परक शिक्षा का प्राविधान है वहीं कौशल विकास के द्वारा भी रोजगार व स्वरोजगार को बढ़ावा दिया जायेगा। उन्होंने बच्चों से कहा कि आने वाले समय में आप लोग कर्णधार व देश का भविष्य है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना है कि अमृत काल में भारत को वर्ष 2027 तक देश को विश्व की तीसरी बडी इकानोमी बनाना है। इसके लिए सभी को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी तभी हम सफल होंगे। उन्होंने कहा कोरोनाकाल में देश के प्रधानमंत्री ने अभिभावक की तरह देश व विश्व में कार्य किया। अपने देश में कोरोना वैक्सीन देने के साथ ही विश्व में कोरोना वैक्सीन देने का कार्य किया।

उन्होंने कहा कि प्रबंधक श्याम अग्रवाल उत्तराखंड में सुसंस्कृत विश्वविद्यालय की योजना बना रहे है। हमारे लिए यह प्रसन्नता की बात है। इसके लिए उत्तराखंड सरकार और व्यक्तिगत तौर पर आपके साथ खडा हूं। भूमि चिन्हिकरण कार्य के लिए पूर्ण प्रयास कर परिकल्पना को साकार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विद्यालय की सड़क मार्ग को दुरूस्त करने का कार्य लोनिवि द्वारा किया जा रहा है। उन्होंन विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि विद्यालय में विद्युत की जो भी समस्या हो दुरूस्त करना सुनिश्चित करें।

केंद्रीय रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि इस विद्यालय से पढ़कर विद्यार्थी देश के विभिन्न क्षेत्रों में सेना, प्रशासन व आदि स्थानों पर कमान संभाल रहे है। उन्होंने अध्ययनरत विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य और गुरुजनों का हृदय से आभार व्यक्त किया।

महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल और पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी ने कहा कि सरस्वती विद्या मंदिर के प्राचार्य और गुरुजनों की मेहनत से यहां के विद्यार्थियों ने देश के विविध क्षेत्रों में अपनी सुगंध फैलाई है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के मूल मंत्र विद्या भारती से लिए गया है। इस शिक्षा नीति से विद्या भारती ही नहीं अपितु देश के समस्त सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों को इंडिया से भारत बनने की संकल्पना को पूरा किया जाएगा।

नई शिक्षा नीति में शिक्षा के साथ ही व्यवसायिक विषयों पर जोर दिया गया है। इससे देश को कौशल युक्त उच्च कोटि के मानव संसाधन मिलेंगे जो राष्ट्र को विश्व गुरु बनने में पूर्ण सहयोगी बनेंगे। उन्होंने युवा पीढ़ी के सर्वागींण विकास के लिए आध्यात्मिक इंटेलिजेंस से जोड़ने की बात पर जोर दिया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री द्वारा विद्यालय के 12वी के तीन और 10वी के 15 मेधावियों को पुरस्कृत किया।

विद्यालय के प्राचार्य डॉ सूर्या प्रकाश ने विद्यालय की आगमी वार्षिक कार्ययोजना के साथ ही विद्यालय की सम्पूर्ण गतिविधियों, उपलब्धियों की जानकारी दी। वार्षिकोत्सव कार्यक्रम में शिव तांडव, हनुमान, गणेश वंदना नृत्य और नाटक सिक्का बदल गया मुख्य आकर्षण का केंद्र रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ माधव प्रसाद के साथ ही विद्यार्थी रक्षित कर्नाटक और कृष्णा त्यागी ने किया।

Abhay updhyay

Abhay updhyay

    Next Story