Almora News: स्याल्दे में सरकार के खिलाफ गरजे सस्ता गल्ला विक्रेता
स्याल्दे (अल्मोड़ा)। लंबित बिलों के भुगतान समेत अन्य मांगों को लेकर सस्ता-गल्ला विक्रेताओं ने सरकार के खिलाफ खाद्यान्न गोदाम भादुड़ी के बाहर प्रदर्शन कर धरना दिया। उन्होंने कहा कि लंबे समय से बिलों का भुगतान न होने से वे आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं, पर सरकार उनकी परेशानी को अनदेखा कर रही है। कहा कि अब आर-पार की लड़ाई होगी।
सस्ता गल्ला विक्रेताओं ने बुधवार को सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान धरना स्थल पर हुई सभा की अध्यक्षता करते हुए हंसा दत्त मिश्रा ने कहा कि उपभोक्ताओं को पूरी जिम्मेदारी से राशन बांटने के बाद भी पिछले 13 माह से लंबित बिलों का भुगतान नहीं किया गया है। राशन के भाड़े, बिजली सहित अन्य बिलों को वह अपनी जेब से भतरे आ रहे हैं जो अब उनके लिए असंभव हो गया है।
ऐसे में सस्ता गल्ला विक्रेता आर्थिक संकट से जूझने लगे हैं। सस्ता गल्ला विक्रेताओं ने कहा कि यदि सरकार विक्रेताओं के बिलों का भुगतान करने में असमर्थ है तो उसे निशुल्क खाद्यान्न वितरण योजना को बंद कर देना चाहिए। चेतावनी देते हुए कहा कि जल्द ही उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो सरकार को इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। वहां बाला दत्त, हंसा दत्त, मोहन सिंह बिष्ट, पूरन सजवान, कमला पांडेय, दिनेश बलोदी, दीपा देवी, श्याम सिंह, नंदन सिंह आदि मौजूद रहे।
18 दिन से सस्ते गल्ले की दुकानों में लगे हैं ताले, उपभोक्ता परेशान
अल्मोड़ा। बीते 18 दिन से सस्ता गल्ला विक्रेताओं के हड़ताल पर जाने से सरकारी राशन की दुकानों में ताले लगे हैं, इसकी मार उपभोक्ताओं को सहनी पड़ रही है।
जिले में 900 से अधिक दुकानों में राशन वितरण ठप होने से पांच लाख से अधिक उपभोक्ताओं को राशन नहीं मिल पा रहा है और वह निजी दुकानों से महंगा राशन खरीदने के लिए मजबूर हैं। पर्वतीय सस्ता गल्ला विक्रेता संघ के जिलाध्यक्ष संजय शाह रिक्खू ने कहा कि बीते सोमवार को जिला पूर्ति अधिकारी के साथ हुई बैठक में पांच माह के बिलों का भुगतान खाते में डालने का आश्वासन मिला है।
लेकिन मामले में किसी भी तरह का लिखित आश्वासन नहीं दिया गया। बीते 13 माह से कोरे आश्वासन मिल रहे हैं। ऐसे में अब विक्रेता विभाग के झांसे में नहीं आएंगे और पूरे बिलों का भुगतान होने तक राशन नहीं बांटा जाएगा। बुधवार को नंदा देवी परिसर में दिए गए धरने में दिनेश गोयल, केशर सिंह, सुंदर भोज, अभय शाह, सुरेश, दिनेश जोशी, विपिन तिवारी, नारायण सिंह, पंकज सहित कई सस्ता गल्ला विक्रेता शामिल रहे।