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उत्तराखंड

284 दिन बाद आज फिर शक्तिनहर के किनारे गरजी जेसीबी, हटाया अतिक्रमण

SaumyaV
29 Dec 2023 8:19 AM GMT
284 दिन बाद आज फिर शक्तिनहर के किनारे गरजी जेसीबी, हटाया अतिक्रमण
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विकासनगर की शक्तिनहर पटरी के किनारे करीब 600 से ज्यादा अतिक्रमण चिह्नित किए थे। जिसमें से मार्च में टीम ने करीब 500 अतिक्रमण हटा दिए थे। अब ढालीपुर से कुल्हाल के बीच 104 अवैध कब्जे हटाए जाएंगे।

देहरादून में विकासनगर की शक्ति नहर किनारे यूजेवीएनएल, प्रशासन और पुलिस की संयुक्त टीम ने आज शुक्रवार से अतिक्रमण हटाओ अभियान शुरू कर दिया है। सबसे पहले कुंजा में जेसीबी से पक्के निर्माण तोड़े जा रह हैं। मौके पर एसडीएम विनोद कुमार, एसपी देहात कमलेश उपाध्याय, सीओ विकासनगर भाष्कर शाह, कोतवाली प्रभारी विकासनगर सूर्यभूषण सिंह नेगी, विकासनगर कोतवाली, कालसी, सहसपुर, सेलाकुई व संबंधित सभी चौकियों के करीब 100 पुलिसकर्मी और यूजेवीएनल के अधिकारी मौजूद हैं। वहीं, कार्रवाई के दौरान बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ भी जुटी है।

आंखों के सामने उजड़ गए आशियाने

शक्तिनहर किनारे कुंजा में महिलाएं स्वयं अतिक्रमण हटाने की बात कहते कार्रवाई न करने के लिए गुहार लगाती रहीं, लेकिन टीम ने महिलाओं की एक नहीं सुनी। टीम ने जेसीबी से मकानों को तोड़ दिया। अपनी आंखों के सामने अपने आशियाने उजड़ते देख महिलाएं भावुक हो गईं। उधर, मटक माजरी में लोगों ने स्वयं ही मदरसे के अवैध अतिक्रमण को तोड़ना शुरू कर दिया। मदरसे के पदाधिकारी कर्मचारी हथौड़े और सब्बल से अतिक्रमण तोड़ रहे हैं।

यह है पूरा मामला

यूजेवीएनएल ने परियोजना क्षेत्र में शक्तिनहर पटरी के किनारे करीब 600 अतिक्रमण चिह्नित किए थे। गत 19 मार्च को वह दिन आया, जब अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई शुरू हुई। तीन दिनों में यूजेवीएनएल ही करीब 500 अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया। ढालीपुर से कुल्हाल के बीच भी अतिक्रमण हटाया जाना था, लेकिन तब यूजेवीएनएल ने कार्रवाई को रोक दिया था।

ढालीपुर से कुल्हाल के बीच यूजेवीएनएल ने 104 अवैध कब्जे चिह्नित किए हैं। इनमें 15 पक्के और 89 कच्चे निर्माण है। सभी अतिक्रमणकारियों को यूजेवीएनएल ने नोटिस जारी कर दिए थे। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई को लेकर यूजेवीएनएल, प्रशासन और पुलिस अधिकारियों के बीच पिछले एक महीने से मंथन चल रहा था। आखिरकार नए साल से पहले अवैध कब्जों पर कार्रवाई के लिए 29 दिसंबर का दिन मुकर्रर किया गया।

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