ई-श्रम पर प्रदेश के 30 लाख असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों जैसे रेहड़ी, पटरी, ठेली, दुकान आदि का सत्यापन के बाद एकीकरण किया जाएगा, ताकि भविष्य में उन्हें श्रमिकों जैसी सामूहिक बीमा से लेकर बाकी सुविधाओं का लाभ दिया जा सके।
प्रदेश के 30 लाख असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को भी संगठित श्रमिकों जैसी सुविधाएं मिलेंगी। इसके लिए उत्तराखंड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड उनका सत्यापन कर रहा है। इसके बाद अपने 4.71 लाख श्रमिकों के साथ उनका भी एकीकरण किया जाएगा। उधर, सभी केंद्रीय परियोजनाओं में काम कर रहे श्रमिकों का भी पंजीकरण ऑन स्पॉट किया जाएगा।
कर्मकार बोर्ड की बैठक में हाल ही में कई अहम फैसले हुए। जल्द ही हरिद्वार और ऊधमसिंह नगर जिलों में श्रमिकों के बच्चों के लिए मोबाइल स्कूल वैन संचालित की जाएंगी। ई-श्रम पर प्रदेश के 30 लाख असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों जैसे रेहड़ी, पटरी, ठेली, दुकान आदि का सत्यापन के बाद एकीकरण किया जाएगा, ताकि भविष्य में उन्हें श्रमिकों जैसी सामूहिक बीमा से लेकर बाकी सुविधाओं का लाभ दिया जा सके।
कर्मकार बोर्ड ने ये भी तय किया है कि श्रमिकों की सभी समस्याओं के समाधान के लिए एक हेल्प डेस्क बनाई जाएगी। इसके लिए टोल फ्री नंबर जारी किया जाएगा। इस पर वह सीधे अपनी समस्या बताकर उसका समाधान करा सकेंगे। बोर्ड के अध्यक्ष आर मीनाक्षी सुंदरम ने निर्देश दिए कि तत्काल सभी श्रमिकों को सर्दियों से बचाव के लिए कंबल, स्वेटर और गर्म कपड़े आदि बांटे जाएं।
हर तिमाही पर होगी स्वास्थ्य जांच
सभी श्रमिकों की हर तिमाही पर स्वास्थ्य जांच होगी। बोर्ड अध्यक्ष ने इस संबंध में निर्देश दिए हैं। इससे एक ओर जहां श्रमिकों की स्वास्थ्य संबंधी दुश्वारियां दूर होंगी तो वहीं उन्हें होने वाली बीमारियों का भी पता चल सकेगा।
सामूहिक बीमा होगा
बोर्ड ने तय किया है कि सभी श्रमिकों का सामूहिक बीमा होगा। इसमें उनका स्वास्थ्य व काम के दौरान होने वाली दिव्यांगता भी शामिल की जाएगी। उसी हिसाब से बीमा का लाभ दिया जाएगा।
जिस सामान की जरूरत, वही खरीदेंगे
साइकिल आवंटन से विवादों में रहा कर्मकार बोर्ड अब श्रमिकों की जरूरत के हिसाब से ही टूल्स और साइकिल आदि उपलब्ध कराएगा। इसके लिए सभी जिलों से डिमांड मंगाई जाएगी, उसकी खरीद करके आपूर्ति की जाएगी।