15 की मौत:सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में मौजूद 22 लोग इसकी चपेट में आ गए, घायलों को एयरलिफ्ट करके एम्स ले जाया गया
उत्तराखंड के चमोली स्थित नमामि गंगे ऑफिस के सीवर ट्रीटमेंट प्लांट में बुधवार सुबह 11:35 बजे करंट फैल गया। 22 लोग बिजली की चपेट में आ गए. इनमें से 15 लोगों की मौत हो गयी। वहीं, 7 घायल हो गये, जिनमें से 2 गंभीर हैं.गंभीर रूप से घायलों को हेलीकॉप्टर से ऋषिकेश एम्स ले जाया गया. अन्य पांच का गोपेश्वर अस्पताल में उपचार चल रहा है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के सचिव अखिलेश मिश्र ने यह जानकारी दी है.
पहले हादसे को लेकर 3 तरह की जानकारी सामने आ रही थी।
- न्यूज एजेंसी वार्ता 24 के मुताबिक, अलकनंदा नदी के पास ट्रांसफार्मर फटने के बाद करंट लगने से लोगों की जान चली गई।
- चमोली के डीएसपी ने भास्कर को बताया कि हादसे वाली जगह पर लोहे की फेंसिंग में करंट आने से ये मौतें हुई हैं।
- कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि नमामि गंगे प्रोजेक्ट के तहत एक साइट पर काम चल रहा था। अचानक यहां करंट फैल गया और कई लोग इसकी चपेट में आ गए।
चमोली हादसे पर आए 3 बयान...
चमोली डीएसपी प्रमोद साहा ने भास्कर को बताया कि अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है। घटनास्थल के पास ही लोहे की बाड़ लगी हुई थी, जिसे वहां मौजूद लोगों ने पकड़ रखा था. उसमें अचानक करंट फैलने से सभी लोग उसकी चपेट में आ गये. मरने वालों में एक केयर टेकर भी है।
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा- घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं. जिला प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम रेस्क्यू के लिए वहां मौजूद है. घायलों को अस्पताल ले जाने के लिए एक हेलीकॉप्टर भी भेजा गया है. घटनास्थल पर हरसंभव सहायता पहुंचाई जा रही है।
उत्तराखंड के एडीजीपी वी मुरुगेशन ने बताया- मृतकों में एक सब-इंस्पेक्टर और 3 होम गार्ड शामिल हैं।
स्थानीय विधायक ने कहा- परियोजना स्थल पर आज सुबह तीसरे चरण की बिजली गुल हो गयी. जैसे ही यह फेज दोबारा कनेक्ट हुआ तो करंट फैल गया। पावर कॉर्पोरेशन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए।