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उत्तर प्रदेश

योगिक मिट्टी मालिश एवं गंगा स्नान हर्षोल्लास से संपन्न

Neeraj Jha
5 May 2024 12:49 PM GMT
योगिक मिट्टी मालिश एवं गंगा स्नान हर्षोल्लास से संपन्न
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मिट्टी मालिश से हमारा शरीर रोगमुक्त हो जाता है- दयानंद शर्मा

गाजियाबाद।,रविवार को गंगा घाट,छोटा हरिद्वार मुरादनगर में अखिल भारतीय ध्यान योग संस्थान के तत्वावधान में योगिक मिट्टी मालिश एवं गंगा स्नान का आयोजन हर्षोल्लास से संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में सभी योग कक्षाओं के मुख्य शिक्षकों एवं करीब 400 साधक एवं साधिकाओं ने भाग लिया।

इस योगिक मिट्टी को तैयार करने में संस्थान के अधिकारियों ने एक दिन पूर्व शरीर को निरंतर पोषित करने वाली मिट्टी में मुलतानी मिट्टी,एलावेरा,अश्वगंधा चूर्ण, चंदन का चूरा,हल्दी,नीम आदि तत्वों को डालकर तैयार किया। मिट्टी में मिलने वाले तत्वों को तैयार करने में संस्थान के अध्यक्ष मीता खन्ना की टीम का विशेष योगदान रहा।

कार्यक्रम का शुभारंभ संस्थान के महामंत्री दयानन्द शर्मा ने ओ३म् की ध्वनि और गायत्री मंत्र से किया।उन्होंने साधकों को सुक्ष्म व्यायाम,वीरेचन क्रिया,सुदर्शन भस्रिका आदि का अभ्यास कराकर शरीर को मालिश के लिए तैयार किया। उन्होंने (मड बाथ) मिट्टी मालिश स्नान क्यों करा रहे हैं? विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि हमारा शरीर पंच तत्वों पृथ्वी,जल,आकाश,वायु एवं अग्नि से मिलकर बना है।मिट्टी में इन सभी तत्वों का समावेश रहता है।इस मालिश से हमारा शरीर रोगमुक्त हो जाता है।

संस्थान के अध्यक्ष कृष्ण कुमार अरोड़ा ने बताया कि इस योगिक मिट्टी के प्रयोग से हमारी त्वचा में एक विशेष चमक आ जाती है। मिट्टी में रोग दूर करने की अभूतपूर्व क्षमता होती है।उन्होंने सभी साधकों से अनुरोध किया कि मिट्टी लगाने के पश्चात करीब आधा घंटे का समय शरीर में समाहित होने के लिए दें,मिट्टी के सूखते ही गंगा मैय्या में स्नान करने जाएं। उन्होंने साधकों को आगामी कार्यक्रमों की जानकारी देते हुए बताया की कि इस वर्ष संस्थान एक स्मारिका छपवाने की व्यवस्था कर रहा है जिसमें योग सम्बंधित लेख तथा पिछले वित्त वर्ष के कार्यक्रमों की जानकारी दी जाएगी। बाल योग संस्कार शिविर आयोजित करने वाले शिक्षकों से निवेदन किया कि वे शीघ्र ही शिविर की सूचना मुख्य शिविर संयोजक अशील कुमार को देने की कृपा करेंगे। संस्थान के कोषाध्यक्ष अशोक शास्त्री ने स्नान करते समय घाट पर बने जाल के अन्दर ही स्नान करने का अनुरोध किया तथा गंगा मैय्या की सेवा में अपना योगदान करने का अनुरोध किया।

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