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गाजियाबाद में 24 घंटे में डायरिया से दो बच्चों की मौत, आई फ्लू का भी खतरा
मोहसिन खान
गाजियाबाद। मौसम में बदलाव के चलते संक्रामक बीमारियों ने पांव पसारने शुरू कर दिए हैं। 24 घंटे में डायरिया से दो बच्चों की जान चली गई। जिले में डायरिया के मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। आठ बच्चे और 16 बड़ों को डायरिया की शिकायत के चलते अस्पतालों में भर्ती किया गया है। अन्य संक्रामक में आई फ्लू और वायरल के मामले सामने आ रहे हैं। इसके अलावा डेंगू जैसे खतरनाक संक्रामक रोग के फैलने की भी आशंका बनी हुई है। डेंगू के लक्षणों वाले रोगी अस्पताल में पहुंचे रहे हैं। हालांकि अभी एक भी मरीज की पुष्टि नहीं हुई है।
पहले बच्चे की दिल्ली के रास्ते में ही मौत
नंदग्राम में रहने वाली शिप्रा ने अपने एक माह के बेटे अमन को शनिवार को डायरिया की गंभीर शिकायत के चलते एमएमजी अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती कराया था। हालत में सुधार नहीं होने पर उसे बाद में हायर सेंटर रेफर कर दिया गया लेकिन दिल्ली के अस्पताल पहुंचने से पहले ही अमन ने दम तोड़ दिया। जिला एमएमजी अस्पताल में अमन का उपचार करने वाले डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि अमन को काफी गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उसे सांस लेने में भी तकलीफ हो रही थी। सीपीआर देने के बाद भी उसकी हालत में सुधार नहीं हो रहा था। जिसके चलते उसे ऑक्सीजन सपोर्ट के साथ हायर सेंटर रेफर किया गया था।
दूसरे बच्चे की जिला अस्पताल में मौत
गोविंदपुरम के बालाजी एन्क्लेव निवासी सचिन कुमार अपने बेटे को लेकर जिला एमएमजी अस्पताल पहुंचे रविवार को पांच माह के बेटे यश को लेकर जब सचिन एमएमजी अस्पताल की इमरजेंसी में लेकर पहुंचे तो वह बेहोशी की हालत में था। डॉक्टरों ने उसे बचाने का प्रयास किया लेकिन नाकामी हाथ लगी। डॉक्टर के अनुसार यश को डायरिया के चलते गंभीर डिहाईड्रेशन हो गया था।
रविवार को एमएमजी अस्पताल में डायरिया से पीड़ित पांच बच्चों समेत 12 बड़ो को भर्ती कराया गया। संजयनगर स्थित कंबाइंड हॉस्पिटल में शनिवार और रविवार को डायरिया और डिहाईड्रेशन के चलते तीन बच्चों समेत कुल सात लोगों को भर्ती कराया गया है।
डेंगू के दो संदिग्ध रोगी आए सामने
रविवार को संजयनगर स्थित कंबाइंड हॉस्पिटल की इमरजेंसी में रविवार को डेंगू के दो संदिगध मरीज पहुंचे। गोविंदपुरम से पहुंची एक महिला की प्लेटलेट्स बहुत कम मिलीं और हाई फीवर, वोमेटिंग और जी मिचलाने के साथ ही वदन दर्द की भी शिकायत थी। डाक्टरों ने उन्हें डेंगू की जांच कराने की सलाह दी है। विवेकानंद नगर निवासी 20 वर्षीय युवक भी तेज बुखार, सिर दर्द, वदन दर्द, घबराहट और कमजोरी की शिकायत के साथ अस्पताल पहुंचा था, दोनों को सोमवार को डेंगू की जांच कराने की सलाह दी गई है।
आई फ्लू का खतरा भी बढ़ा
बरसात और उमस के चलते जिले में आई फ्लू के मामलों की संख्या भी तेजी से बढ़ रहे हैं। संजय नगर कंबाइंड हॉस्पिटल की आई सर्जन डॉ. अर्चना का कहना कि उनकी ओपीडी में आई फ्लू के रोजाना पांच से अधिक मरीज पहुंच रहे हैं। बारिश और उमस के चलते आंखों में संक्रमण की आशंका बढ़ जाती है। बारिश का पानी और पसीना आंखों में जाने से संक्रमण खतरा हो जाता है। आई फ्लू का मुख्य कारण इन्फ्लूएंजा वायरस होता है।
आईफ्लू बहुत संक्रामक रोग और रोगी के संपर्क में आने से फैलता है। लोगों को आंखों की सुरक्षा के लिए चश्मे का प्रयोग जरूर करना चाहिए। इसके साथ ही बाहर से लौटकर आंखों को ठंडे पानी से जरूर धोएं और दिन में दो बार आंखों को नम रखने के लिए सामान्य आई ड्रॉप या आर्टिफिशियल टीयर्स का इस्तेमाल करें।