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उत्तर प्रदेश

मूर्ति विसर्जन के लिए हरनंदी नदी के पास कृत्रिम तालाब बनाने की खानापूर्ति!

Neelu Keshari
11 Sep 2024 6:45 AM GMT
मूर्ति विसर्जन के लिए हरनंदी नदी के पास कृत्रिम तालाब बनाने की खानापूर्ति!
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- तालाब को 2 फुट गहरा खोदकर बिछाई गयी पिन्नी

मोहसिन खान

गाजियाबाद। नगर निगम द्वारा हरनंदी नदी के पास कृत्रिम तालाब बनाने के नाम पर खानापूर्ति करने का मामला सामने आया है। तालाब के नाम पर दो फीट गहरा गड्ढा खोदकर उसमें पॉलीथिन बिछा दी है। लोगों को कहना है कि तालाब कई फुट गहरा होना चाहिए था जबकि हरनंदी नदी के पास कृत्रिम तालाब पर अधिक संख्या में लोग मूर्ति विसर्जन करने पहुंचते हैं। ऐसे में यह तालाब छोटा है।

अर्थला झील के पास मूर्ति विसर्जन के लिए नगर निगम ने तालाब बनाया था। यह काफी बड़ा तालाब था। इस पर गोताखोर तैनात रहते थे। इसमें झील और हरनंदी नदी से पानी भरा जाता था। इस तालाब के पास सिंचाई विभाग की भूमि है। इस भूमि पर श्रद्धालु वाहन पार्क करते थे। सिंचाई विभाग ने इस भूमि की चारदीवारी कर दी। जिस वजह से तालाब पर जाने का रास्ता भी बंद हो गया। ऐसे में निगम ने हरनंदी नदी रेलवे अंडर पास के निकट विसर्जन के लिए एक गड्ढा खोदा है। लोगों का कहना है कि यह गड्ढा मूर्ति विसर्जन के लिए बहुत ही छोटा है। ऐसे में यहां अव्यवस्था फैल सकती है। तालाब के पास वाहन पार्किंग की भी व्यवस्था नहीं है। नगर निगम के जोनल प्रभारी का आरपी सिंह ने बताया कि भूमि नहीं मिलने की वजह से अंडरपास से निकट छोटा कृत्रिम तालाब बनाया गया है। विसर्जन होने के बाद मूर्तियों को निकाल लिया जाएगा।

नहीं की गई हरनंदी पर बैरिकेडिंग

प्रति वर्ष गणेश विसर्जन से पहले हंरनदी नदी के घाट पर बैरिकेडिंग कर दी जाती है। जिससे लोगों को हरनंदी में मूर्ति विसर्जन से रोका जा सके। कुछ श्रद्धालुओं ने मूर्ति विसर्जन शुरू कर दिया है लेकिन अभी तक नदी के घाट पर बैरिकेडिंग नहीं की गई है। लोग नदी में मूर्ति विसर्जन कर रहे हैं।

अधिकारी का कहना

जितना बड़ा तालाब बनाने लिए कहा गया था उतना बड़ा ही बनाया है। झील के पास बने तालाब का रास्ता सिंचाई विभाग द्वारा दीवार बनाकर बंद कर दिया है।

- देशराज सिंह, अधिशासी अभियंता, निर्माण विभाग

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