- Home
- /
- राज्य
- /
- उत्तर प्रदेश
- /
- नवीन फल व सब्जी मंडी...
नवीन फल व सब्जी मंडी में 530 दुकान, अधिकारियों ने 1200 लोगों को दिया लाइसेंस
मोहसिन खान
लोगों ने लाइसेंस लेकर सड़क किनारे के चबूतरों पर किया कब्जा
गाजियाबाद। नवीन फल व सब्जी मंडी में अतिक्रमण के लिए मंडी समिति के अधिकारी ही जिम्मेदार हैं। मंडी परिसर में 530 दुकानें हैं और अधिकारियों ने 1200 लोगों को लाइसेंस थमा दिए। लोगों ने लाइसेंस लेकर सड़क और किसानों के चबूतरों पर कब्जा कर लिया। लाइसेंस लेकर अतिक्रमण बढ़ने के बाद भी मंडी समिति के अधिकारी तमाशबीन बने रहे। उन्होंने लाइसेंस देने बंद नहीं किए। इससे साफ है कि मंडी के अधिकारियों ने जानबूझकर अतिक्रमण करने की आजादी दी।
19 श्रेणी की 530 दुकानें हैं। इनमें लगभग 480 दुकानें आवंटित हैं। दुकानों की तुलना में दोगुना से भी अधिक लोगों के सब्जी व फल बेचने के लाइसेंस दे दिए। इससे सवाल उठता है कि जब दुकानों की संख्या सीमित हैं तो लोगों को सब्जी व फल बेचने का लाइसेंस क्यों दिए गए हैं ? लाइसेंस लेकर लोग सड़क और किसानों के चबूतरे पर बैठकर सब्जी व फल बेच रहे थे। मंडी समिति की इस गलती से पिछले 30 वर्ष में यहां पर अतिक्रमण की समस्या गंभीर होती चली गई। कुछ लोगों ने तो लाइसेंस लेकर सड़क पर सब्जी व फल बेचना शुरू कर दी। वह सड़क से हटने के लिए तैयार नहीं हैं। अब लोगों को हटाने में मंडी समिति के पसीने छूट रहे हैं। लाइसेंस देने की प्रक्रिया पर मंडी समिति की मंशा पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। जब सोमवार को मंडी सचिव ने बुलडोजर से अतिक्रमण हटाया तो लोगों ने उनके सामने यह सवाल भी रखा कि दुकानों की संख्या से अधिक लाइसेंस क्यों दिए गए? इस पर मंडी सचिव चुप्पी साध गए। वह इसका जवाब नहीं दे पाए। अब मंडी समिति के अधिकारी सफाई दे रहे हैं कि लाइसेंस अतिक्रमण करने का नहीं दिया था, बल्कि उन्हें सब्जी और फल बेचने का लाइसेंस दिया था।
धड़ल्ले से दिए गए लाइसेंस : आरोप है कि मंडी समिति ने लाइसेंस बनाने में भी जल्दबाजी दिखाई। कुछ लाेगों को आधे-अधूरों कागजों पर ही लाइसेंस बना दिए गए। कई को अपात्र होते हुए भी लाइसेंस थमा दिए गए। यदि लाइसेंसों की जांच होती है तो बड़ी संख्या में लोग अपात्र निकल आएंगे। लाइसेंस लेने में महज 3500 रुपये लगते हैं लेकिन पात्रता की शर्तें बहुत कठिन होती हैं। जिनको हर व्यक्ति पूरा नहीं कर पाता है।
- 1200 लोगों को दिया गया लाइसेंस।
- 19 श्रेणी की हैं मंडी में दुकानें
- 530 दुकानें मंडी में हैं
- 480 दुकानें आवंटित हैं
- 3500 रुपये लाइसेंस लेने में लगते हैं।
मंडी में दुकानों की अपेक्षा लाइसेंस धारियों की संख्या अधिक है लेकिन एक्टिव लाइसेंस की संख्या कम है। मंडी समिति में लाइसेंस के लिए जो आवेदन करता है उसकी पात्रता की जांच करने के बाद लाइसेंस दिया जाता है। नए लाइसेंस न बनाए जाएं इसके लिए मुख्यालय को पत्र लिखूंगा।