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उत्तर प्रदेश

सरजमीं पर उतर नहीं पा रहा है 141 करोड़ से एसटीपी लगाने का प्रोजेक्ट, गंदी हो रही है यमुना

Neelu Keshari
16 Sep 2024 8:55 AM GMT
सरजमीं पर उतर नहीं पा रहा है 141 करोड़ से एसटीपी लगाने का प्रोजेक्ट, गंदी हो रही है यमुना
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- नगर पालिका और नोएडा विकास प्राधिकरण से 23 करोड रुपए में 16000 वर्ग मीटर खरीदी थी भूमि

- 66 एमएलडी की एसटीपी और चार किलोमीटर डाली जाएगी सीवर लाइन

मोहसिन खान

गाजियाबाद। खोड़ा थाने के पास 66 एमएलडी की एसटीपी सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का प्रस्ताव कागजों में गुम हो गया है। जिसकी लागत लगभग 141 करोड़ रुपये हो सकती है। एसटीपी बनाने के लिए नगर पालिका परिषद द्वारा नोएडा विकास प्राधिकरण (एनडीए) से 23 करोड़ रुपये में 16 हजार वर्ग मीटर भूमि खरीदी गई थी। राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) ने पानी शोधित किए बिना यमुना में डाले जा रहे नालों को रोकने का आदेश दिया था।

खोड़ा की सीमा नोएडा, दिल्ली और एनएच नौ से मिलती है। यमुना नदी में काफी संख्या में नाले गिर रहे थे। एनजीटी के आदेश दिया था कि नाला और सीवर का पानी यमुना में न डाला जाए। जिसके बाद दिल्ली और नोएडा ने नाले और सीवर का पानी शोधित करने के बाद ही यमुना में डालना की योजना बनाई। नोएडा और और दिल्ली में तो एसटीपी बना दिए गए हैं लेकिन खोड़ा के नालों का पानी यमुना में गिर रहा है। एनजीटी की सख्ती को देखते हुए अब खोड़ा में नालों के पानी को शोधित करने के लिए एसटीपी निर्माण का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजा था। प्रस्ताव पास हो चुका है। नालों के पानी को शोधित करने के लिए 66 एमएलडी का एसटीपी और चार किलोमीटर सीवर लाइन डाली जाएगी। इसके बाद भी अधिकारी लगातार इसके बनाने में लेटलतीफी दिखा रहे हैं।

मिल चुकी है शासन से मंजूरी

शासन से एसटीपी बनाने की मंजूरी मिल चुकी है। एसटीपी बनाने के लिए खोड़ा थाने की बगल में नोएडा विकास प्राधिकरण से भूमि खरीदी है। सभी नालों को एसटीपी से जोड़ा जाएगा। इसके बाद पानी को शोधित कर हिंडन नहर और यमुना में डाला जाएगा। यह पानी मानक के अनुसार शोधित होगा। इससे यमुना गंदी नहीं होगी।

पर्यावरण को होगा फायदा

खोड़ा में अभी तक सीवर लाइन नहीं बिछी है। यही वजह है कि खोड़ा में जल निकासी की व्यवस्था खराब है। लंबे समय से खोड़ा के लोग सीवर लाइन बिछाने की मांग कर रहे हैं। एसटीपी से आम लोगों को सीधा फायदा नहीं होगा लेकिन उनकी स्वास्थ्य के लिए यह जरूरी है। यमुना के साफ होने से पर्यावरण को फायदा होगा। हाल में खोड़ा में नाले में गिरकर मां-बेटे की मौत हो गई थी।

एसटीपी पर एक नजर

- 66 एमएलडी का बनेगा एसटीपी

- 04 किलोमीटर डाली जाएगी सीवर लाइन

- 23 करोड़ रुपये में खरीदी गई है भूमि-

- 16 हजार वर्ग मीटर भूमि पर बनेगा एसटीपी

- 141 करोड़ रुपये से बनेगा एसटीपी

अधिकारी का कहना

वित्तीय निविदा खुल गई है। 66 एमएलडी की एसटीपी और चार किलोमीटर सीवर लाइन डाली जाएगी। एक माह में काम शुरू होने की उम्मीद है। एसटीपी बनने के बाद नालों का पानी सीधा यमुना में नहीं डाला जाएगा।

अरुण प्रताप, अधिशासी अभियंता, जल निगम

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