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सर्दी का सितम, छाया घना कोहरा, 15 घंटे तक लेट चल रहीं ट्रेनें, हाईवे पर रेंग रहे वाहन
वेस्ट यूपी में सर्दी का सितम बढ़ता जा रहा है। बढ़ती सर्दी के चलते तापमान में गिरावट आ रही है और दिन रात सर्द हो रही है।
नए साल के स्वागत के लिए ठंड अपने पूरे शबाब पर है। शुक्रवार को दिन भर सूर्य (रवि) के दर्शन नहीं हुए। शनिवार को भी सुबह से ही कोहरा छाया रहा। अधिकतम तापमान गिरकर 15.4 डिग्री तक पहुंच गया। बढ़ी गलन ने भी लोगों को कुड़कुड़ाने पर मजबूर कर दिया। इस पर भी छाया घना कोहरा सर्दी का सितम बढ़ाता रहा। गुरुवार रात को छाए कोहरे में दृष्यता 5 मीटर के करीब पहुंच गई। मौसम विभाग ने आगामी 48 घंटे तक ठंड का येलो अलर्ट जारी किया है। ट्रेनेें भी 15 घंटे तक देरी से मेरठ पहुंची।
शीतलहर के साथ गुरुवार रात से शुक्रवार सुबह तक घना कोहरा छाया रहा। इसके बाद शुक्रवार शाम के बाद भी कोहरे की चादर फैलने शुरू हो गई। घने कोहरे ने ट्रेनों की रफ्तार में ब्रेक लगा दिया। ट्रेनें 15 घंटे तक देरी से मेरठ पहुंची। दिन में आने वाली ट्रेन रात को और रात में आने वाली ट्रेनें सुबह पहुंची। इससे लोग स्टेशन पर ही ठिठुरते रहे। कोहरे ने वाहनों के पहिए भी थाम दिए। दृष्यता शून्य के करीब पहुंच गई। हाईवे पर वाहन रेंग-रेंगकर चले।
मुंबई के लोकमान्य टर्निमल से हरिद्वार जाने वाली हरिद्वार एसी सुपरफास्ट ट्रेन शुक्रवार को सुबह आठ बजे मेरठ पहुंचना था, लेकिन यह 15 घंटे देर से रात्रि 11 बजे मेरठ पहुंची। मदुरै से चंडीगढ़ के बीच चलने वाली चंडीगढ़ सुपरफास्ट भी दस घंटे देरी से रात 11 बजे के बजाए सुबह नौ बजे यहां पहुंची। कलिंगा उत्कल एक्सप्रेस भी 15 घंटे देरी से दिन के बजाए रात में मेरठ पहुंची।
लक्ष्मीबाई नगर से देहरादून जाने वाली उज्जैनी एक्सप्रेस दोपहर एक बजे के बजाए नौ घंटे देर से रात साढे़ नौ बजे पहुंची। चंडीगढ़- इंदौर एक्सप्रेस ढाई घंटे, कोरबा-अमृतसर एक्सप्रेस चार घंटे, अमृतसर से बिलासपुर जाने वाली छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस छह घंटे देरी से चल रही थी। इनके अलावा नौचंदी एक्सप्रेस चार घंटे, गोल्डन टेंपल दो घंटे, शालीमार एक्सप्रेस 3.40 घंटे, जनशताब्दी एक्सप्रेस 43 मिनट, संगम एक्सप्रेस ढाई घंटे देरी से मेरठ पहुंची।
खड़ी रहीं बसें, नौ लाख रुपये घटी रोडवेज की आय
घने कोहरे के कारण रोडवेज बसों के पहिये थम गए है। यात्री न मिलने पर मेरठ डिपो के बेडे की 33 बसों का संचालन नहीं हो सका। ये बसें डिपो में ही खड़ी रहीं। कोहरे के कारण रात में बसों को भैंसाली बस अड्डे और सोहराबगेट बस अड्उे पर ही रोका दिया गया। यात्री न मिलने और बसों का संचालन कम होने के कारण परिवहन निगम की आय घट गई है। मेरठ डिपो की रोजाना की आय 23 लाख थी, जो करीब नौ लाख घट कर 16 लाख रह गई है।
मेरठ डिपो के बेडे में 141 बसें है, लेकिन लगातार बढ़ रही ठंड और कोहरे के चलते बसों का संचालन कम हो रहा है। 26 दिसंबर को 24 बसें, 27 दिसंबर को 29 बसें और 28 दिसंबर को 33 बसें डिपो में ही खड़ी रहीं। एआरएम जगदीश सिंह ने बताया कि कोहरे से बस संचालन प्रभावित हो रहा है। लोड फेक्टर भी कम हो गया है। 28 दिसंबर को लोड फेक्टर 62 रहा और डिपो की आय घट कर 16.40 लाख रुपये रह गई। रात्रि में कोहरा होने पर बसों का संचालन बंद करने के आदेश हैं। भैंसाली बस अड्डे पर रात्रि में शिकाहाबाद, नजीबाबाद, इटावा आदि डिपो की बसों को रोक दिया गया।
मौसम वैज्ञानिकों का अनुमान है कि आने वाले दिनों में पहाड़ों का बर्फबारी का सिलसिला शुरू हो सकता है। इसके चलते ठंड में इजाफा होगा। फिलहाल अगले 48 घंटे तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा। 30 दिसंबर को वेस्ट यूपी में कहीं बारिश तो कहीं गरज के साथ बूंदाबांदी हो सकती है।
30 दिसंबर को एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है, जिससे कहीं-कहीं हल्की वर्षा हो सकती है। मेरठ व आसपास के जिलों में बारिश की संभावना कम ही है। आने वाले दिनों में मौसम शुष्क बना रहेगा, लेकिन जनवरी के प्रथम सप्ताह में भी कोहरा छाए रहने व थोड़ी ठंड में बढ़ोतरी हो सकती है। -डॉ. यूपी शाही, मौसम वैज्ञानिक कृषि विवि