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बेटियों को 'लक्ष्मी' का रूप मान हरिद्वार से कांवड़ में बिठाकर लाया पिता, देखने वाले लोगों की जुबां से निकला 'अद्भुत'
-पिता-बेटियों की जोड़ी को देखने के लिए लोगों की भीड़ हाईवे पर हुई जमा
सोनू सिंह
गाजियाबाद। समाज में आज भी जहां बेटी पैदा होने पर महिला को हीन भावना से देखा जाता है। तो वहीं, कुछ ऐसे लोग भी हैं जो कि बेटियों को देवियों का अवतार मानते हैं। इन्हीं में से एक पिता ऐसे भी हैं जो अपनी दोनों बेटियों को लक्ष्मी का रूप मानते हैं। यह पिता अपनी दोनों बेटियों को कांवड़ में बैठाकर हरिद्वार से अपने गंतव्य के लिए रवाना हो गए हैं। मोदीनगर पहुंचने पर पिता को बेटियों के साथ कांवड़ में लाते देख हर कोई हैरान रह गए। लोगों ने उनके साथ सेल्फी ली और पिता की सराहना भी की।
गाजियाबाद के मोदीनगर के पास स्थित गांव गढ़ी गदाना के निवासी धर्मेद्र ने बताया कि वह ई- रिक्शा चलाते हैं। उसकी शादी 15 साल पहले हुई थी। उनके पांच बच्चे हैं। जिनका नाम साधना, सृष्टि, देवराज, विधि और ज्योति है। कांवड़िया धर्मेंद्र ने बताया कि बेटियों ने हरिद्वार जाने की जिद की थी, जिसके वजह से वह अपने परिवार को लेकर हरिद्वार पहुंचे। उन्होंने परिवार के साथ गंगा में स्नान किया। इसके बाद अपनी दोनों बेटियों विधि और ज्योति को कांवड़ में बैठाकर हरिद्वार से मोदीनगर के लिए रवाना हुए थे। अपने परिवार के साथ चल रहा है। हाईवे पर पहुंचने पर बेटियों को कांवड़ में बैठा देख लोगों में उत्साह बढ़ गया। कांवड़ देखने आए लोगों ने हाथ जोड़कर पिता का सम्मान किया। वहीं, पिता के जज्बे को लोगों ने सेल्यूट किया।
पिता-बेटियों की जोड़ी को देखने के लिए लोगों की भीड़ हाईवे पर जमा हो गई। सोमवार को वो परिवार के साथ मोदीनगर के पास पहुंच गए। कांवड़ मार्ग इस समय शिवमय हो गया है। रंगबिरंगी कांवड़ों को देखने के लिए लोगों की भारी भीड़ हाईवे के किनारे एकत्र हो रही है। वहीं, मुरादनगर गंग नहर में कांवड़ियों ने गंगा स्नान किया और अपने गंतव्य की ओर आगे बढ़ गए। रात में रंग-बिरंगी रोशनी के साथ डीजे की धुन पर आगे बढ़ रही कांवड़ की छटा देखते ही बनती है।