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एनसीआरटीसी की यूआईटीपी बैठक में पब्लिक ट्रांसपोर्ट के लिए सस्टेनेबिलिटी इनोवेशन
गाजियाबाद। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) द्वारा सह-आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सार्वजनिक परिवहन संघ (यूआईटीपी) की ट्रांसपोर्ट, इक्नोमिक्स एंड फाइनेंस कमेटी (टीईएफसी) की बैठकों का उद्घाटन 19 नवंबर 2024 को नई दिल्ली में किया गया। इस हाइब्रिड कार्यक्रम में सार्वजनिक परिवहन संचालकों, अधिकारियों, सरकारी अधिकारियों और दुनिया भर के विशेषज्ञों के 40 से अधिक वरिष्ठ प्रतिनिधि दो दिवसीय बैठक के लिए एकत्रित हुए, जिसमें सार्वजनिक परिवहन क्षेत्र में सतत गतिशीलता, किफ़ायती किराए, नवीन वित्तपोषण और परिचालन दक्षता पर विचार-विमर्श किया गया।
एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक श्री शलभ गोयल ने अपने स्वागत उद्बोधन में प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए कहा, “भारत में पहली बार टीईएफसी बैठक का आयोजन किया जा रहा है, और एनसीआरटीसी को समिति की बैठकों की मेज़बानी करने और सार्वजनिक परिवहन के भविष्य को आकार देने वाली चर्चाओं के लिए एक मंच प्रदान करने का सम्मान मिला है। दुनिया भर के शहर बढ़ती आबादी और पर्यावरण संबंधी चिंताओं की चुनौतियों का सामना कर रहे हैं, ऐसे में यह स्पष्ट है कि शहरी परिवहन का भविष्य हर प्रकार से सतत, आर्थिक रूप से व्यवहार्य, पर्यावरण के प्रति ज़िम्मेदार और बदलती परिस्थितियों के लिए दीर्घकालिक रूप से अनुकूल होना चाहिए।”
प्रबंध निदेशक ने यह भी साझा किया कि, टीईएफसी के एक दीर्घकालिक सदस्य के रूप में, एनसीआरटीसी को खुशी है कि इसने समिति के कई पहलुओं में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, जैसे वैल्यू-एडेड इनपुट प्रदान करना, विभिन्न वर्किंग पेपर पर चर्चाएँ और विचार-विमर्श करना, और कार्य समूहों में भाग लेना।
बैठक के दूसरे दिन शहरी परिवहन में वित्तीय व्यवहार्यता और दक्षता बढ़ाने के साधन के रूप में पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) की भूमिका पर चर्चा की गई। प्रतिनिधियों ने भारत और विश्व स्तर पर लागू सफल पीपीपी मॉडल पर केस स्टडी की, जिसमें नवाचार को बढ़ावा देने और सेवा वितरण में सुधार करने की क्षमता का प्रदर्शन किया गया। भारतीय रेल परिदृश्य भी चर्चा का विषय रहा, जिसमें फंडिंग मॉडल, बुनियादी ढांचे के विकास और मौजूदा प्रणालियों में आधुनिक तकनीकों के एकीकरण पर विस्तृत चर्चा की गई।
प्रतिनिधियों ने आज एनसीआरटीसी के दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर का दौरा भी किया। इस विजिट के दौरान उन्होंने आरआरटीएस परियोजना के यात्री-केंद्रित इंफ्रास्ट्रक्चर, मल्टीमॉडल इंटीग्रेशन और भारत के पहले रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम के विकास में इस्तेमाल की जा रही उन्नत तकनीकों का प्रत्यक्ष अनुभव किया। इस यात्रा ने इस दो-दिवसीय बैठक के दौरान हुई चर्चाओं का व्यावहारिक दृष्टिकोण प्रस्तुत किया, जिसने एक परिवर्तनकारी मोबिलिटी अनुभव प्रदान करने की एनसीआरटीसी की प्रतिबद्धता को सुदृढ़ किया।
यूआईटीपी के विषय में-
इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ पब्लिक ट्रांसपोर्टेशन (यूआईटीपी), दुनिया भर के सार्वजनिक परिवहन प्राधिकरणों, नेटवर्क, ऑपरेटरों और संबंधित सेवा प्रदाताओं का एक सदस्य-नेतृत्व वाला संगठन है, जो सस्टेनेबल अर्बन मोबिलिटी की दिशा में काम कर रहा है। 1885 में स्थापित यूआईटीपी को पॉलिसी, एडवोकेसी और सार्वजनिक परिवहन से संबंधित मामलों में प्रशिक्षण के शीर्ष संगठन के रूप में वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त है। वर्तमान में, इसमें 1900 से अधिक सदस्य संगठन हैं, जो लगभग 100 देशों में फैले हुए हैं। यूआईटीपी का मुख्यालय ब्रुसेल्स में है, और इसके 13 क्षेत्रीय कार्यालय हैं, जिनमें से एक भारत में है।