Begin typing your search above and press return to search.
उत्तर प्रदेश

सेल्समैन ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखा- मुख्यमंत्री जी बेटी के दिल का ऑपरेशन करवा देना

Shashank
6 March 2024 3:30 AM GMT
सेल्समैन ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लिखा- मुख्यमंत्री जी बेटी के दिल का ऑपरेशन करवा देना
x

एजेंसी संचालक व मैनेजर के उत्पीड़न से परेशान होकर सेल्समैन ने मौत को गले लगा लिया। सुसाइड नोट में लिखा - ‘मुख्यमंत्री जी मुझे माफ करना। मेरे साथ बहुत बड़ी साजिश हुई है। मैं गलत था, लेकिन बहुत बड़ा अपराधी नहीं... मेरे पापा-मम्मी बहुत ही भोले हैं।

इटावा जिले में एजेंसी संचालक व मैनेजर के उत्पीड़न से परेशान होकर सेल्समैन ने फंदा लगाकर जान दे दी। खुदकुशी से पहले उसने सोशल मीडिया पर दो पेज का सुसाइड नोट पोस्ट किया। मौत की सूचना पर परिजनों में चीख-पुकार मच गई।

22 दिनों से अमित एजेंसी संचालक व मैनेजर के उत्पीड़न से परेशान था। उसकी चार साल की बेटी के दिल का ऑपरेशन भी इसी महीने होना था। अमित के मोबाइल में उसका एक ढाई मिनट का वीडियो भी मिला है। सुसाइड नोट में युवक ने बेटी का ऑपरेशन कराने की बात भी लिखी है। अमित तीन भाइयों में सबसे बड़ा था और उसकी दो बहने हैं। छोटे भाई रवि ने बताया अमित के एक बेटा वरुण (6) व बेटी मानवी (4) है। मानवी के दिल में छेद होने की वजह से उसका इलाज दिल्ली के एक अस्पताल में चल रहा है। डॉक्टर ने इसी महीने ऑपरेशन के लिए बोला था। अमित ने फंदा लगाने से पहले अपने मोबाइल में बिलखते हुए ढाई मिनट की वीडियो भी बनाया था।

सोशल मीडिया पर अपलोड सुसाइड नोट के अंश

‘मुख्यमंत्री जी मुझे माफ करना। मेरे साथ बहुत बड़ी साजिश हुई है। मैं गलत था, लेकिन बहुत बड़ा अपराधी नहीं... मेरे पापा-मम्मी बहुत ही भोले हैं। उनका मेरे मामले में कोई लेना-देना नहीं है। मुझे बहुत टॉर्चर किया गया है। इसकी असली जड़ एजेंसी संचालक व मैनेजर हैं। ये लोग गुत्थी सुलझा सकते हैं। इन्होंने ही टॉर्चर किया है। जब मैंने गलती की थी, तो मैं एजेंसी संचालक से पूछता था। इस पर वह बोलते थे तुम दिमाग से पागल हो। मेरे माता-पिता भी एजेंसी संचालक के पास गए थे, तब वह बोला कि तुम्हारा लड़का बहुत अच्छा है। थोड़ा माइंड प्रेशर ले रहा है। मेरी आत्महत्या की वजह संचालक और मैनेजर हैं। जब हमने काम छोड़ने की बात कही, तो यह लोग मेरे घर तक आने लगे। फोन भी करते थे। मेरे परिवार वालों को परेशान नहीं किया जाए। मेरी बेटी मानवी का ऑपरेशन करवा देना। मेरे परिवार की सुरक्षा महाराज जी के हाथ में है। जिंदा रहकर मैं जवाब नहीं दे सकता हूं। बहुत थक चुका हूं और 20-22 दिनों से बहुत अपमान सह लिया। मैं बहुत दुखी हूं। बेटी का ऑपरेशन नहीं करा सका। मिस यू व्यापारी भाई, लव यू इटावा, लवयू औरैया''


Next Story