गाजियाबाद। त्रिवेणी ग्रामोद्योग उत्थान समिति एवं लोकरंजन प्रकाशन प्रयागराज के तत्वावधान में केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, गंगानाथ झा परिसर, आजाद पार्क, प्रयागराज में विगत 8 दिसंबर को हिंदी में उच्च स्तरीय साहित्य के प्रचार-प्रसार और उन्नयन के लिए अखिल भारतीय स्तर पर साहित्य की विभिन्न विधाओं में साहित्यकारों को अलंकृत किया गया । गाज़ियाबाद के सुपरिचित रचनाकार अवधेश सिंह के कहानी संग्रह "वतन की वापसी" को लोकरंजन सम्मान के लिए चयनित किया गया । यह कहानी संग्रह कोरोना त्रासदी पर आधारित है और नए कथ्यों के साथ ताजगी का एहसास कराता है। सम्मान मुख्य अतिथि विनोद कुमार दिवेदी अध्यक्ष संस्कार भारती कानपुर बुंदेलखंड प्रांत द्वारा इन्हें अलंकरण पत्र,स्मृति चिह्न,श्री फल आदि प्रदान कर सम्मानित किया गया ।
लोकरंजन प्रकाशन के रंजन पाण्डेय और डॉ आदित्य सिंह के अनुसार विभिन्न विधाओं में 15 कृतियों को सम्मान प्रदान करने के लिए चयनित किया गया। कुम्भ की तैयारियों के बीच साहित्यकारों के कुम्भ के रूप में प्रचारित इस भव्य अलंकरण समारोह में अन्य प्रमुख मंचासीन अतिथियों में अध्यक्षता प्रो ललित कुमार त्रिपाठी निदेशक केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय, वरिष्ठ लोक गायिका समाजसेवी श्रीमती राज लक्ष्मी शुक्ल , वरिष्ठ रंगकर्मी डॉ अशोक शुल्क के साथ बड़ी संख्या में सम्मानित साहित्यकारों के साथ उनके निजी जन एवं प्रयाग के स्थानीय रचनाकार लेखक उपस्थित रहे ।