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नगर निगम ने स्ट्रीट लाइट लगाए बिना ही कर दिया शिकायत का फर्जी निस्तारण
-नगर निगम की ऐप गाज़ियाबाद 311 का है यह मामला
गाजियावाद। वसुंधरा, सेक्टर 15 की शिखर एनक्लेव सोसायटी के सामने के मुख्य मार्ग पर पिछले चार वर्षों से अंधेरा छाया हुआ है। दर्जनों शिकायत करने के बावजूद भी नगर निगम ने इस अंधेरे को छांटने के लिए कोई पहल नहीं की। यही कारण है कि गाजियाबाद नगर निगम अपने कार्यों को लेकर हमेशा से ही सुर्खियों में बना रहता है।
नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने कहा कि गाजियाबाद 311 ऐप लॉन्च करते समय सभी को यह आश्वासन दिया गया था कि इस ऐप पर मिलने वाली सभी शिकायतों पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी। इस ऐप पर प्राप्त शिकायतों पर मॉनिटरिंग के लिए कड़े निर्देश भी अधिकारियों को दिए थे। उन्होंने बताया कि नगर आयुक्त के इस भाषण से प्रभावित होकर महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए शिखर एन्क्लेव के सामने के मुख्य मार्ग पर स्ट्रीट लाइट के पोल और स्ट्रीट लाइट लगाए जाने की शिकायत मैंने भी गाजियाबाद 311 ऐप पर पहली 13 मार्च 2024 और दूसरी 20 अप्रैल 2024 को की थी। इन दोनों ही शिकायतों पर नगर निगम के स्ट्रीट लाइट एरिया इंस्पेक्टर देवेन्द्र शर्मा ने 3 अप्रैल और 22 मई को यह आख्या लगायी है कि Work Done - कार्य पूर्ण हो गया है।
निस्तारण के बाद गाजियाबाद ऐप पर जो फोटोग्राफ अपलोड किया गया है वह पहली शिकायत का शिखर एन्क्लेव के सामने के मुख्य मार्ग का है ही नहीं और दूसरी शिकायत पर शिखर एनक्लेव के गेट के बाहर का फोटोग्राफ अपलोड कर शिकायत का निस्तारण कर दिया गया है। इस मुख्य मार्ग पर न तो अभी तक स्ट्रीट लाइट के पोल लगे हैं और न ही स्ट्रीट लाइट। ऐसे में यदि नगर निगम के अधिकारी बिना कार्य पूर्ण करें ही शिकायतों का फर्जी निस्तारण करेंगे तो ऐप का कोई औचित्य ही नहीं रह पाएगा। आज इस संबंध में ट्विटर पर नगर आयुक्त और मुख्यमंत्री से इसकी विस्तृत जाँच कर शिकायतों के फर्जी निस्तारण पर प्रकाश निरीक्षक देवेंद्र शर्मा पर कार्रवाई करने की अपील की है।