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उत्तर प्रदेश

लव स्टोरी सीमा हैदर: नेपाल से लेकर भारत तक की सीमा ने हिंदुत्व को ढाल बनाया, तभी इसे एक बड़े वर्ग का समर्थन मिला

Abhay updhyay
22 July 2023 11:32 AM IST
लव स्टोरी सीमा हैदर: नेपाल से लेकर भारत तक की सीमा ने हिंदुत्व को ढाल बनाया, तभी इसे एक बड़े वर्ग का समर्थन मिला
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अपने पबजी पार्टनर के प्यार में चार बच्चों के साथ पाकिस्तान से रबूपुरा आईं सीमा हैदर ने नेपाल से लेकर भारत तक हिंदुत्व और भारतीय संस्कृति को ढाल बनाया है। इससे वह गहन जांच से बच गई। इसके साथ ही उन्हें एक बड़े वर्ग का समर्थन भी मिल रहा है।सीमा गुलाम हैदर के नाम पर नेपाल का वीजा नहीं मिलने पर उसने सीमा के नाम से वीजा बनवा लिया। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के वकील एपी सिंह ने सीमा की ओर से राष्ट्रपति के पास दया याचिका दी है. इसमें भी सीमा के सचिन प्रेम और भारतीय संस्कृति से प्रभावित होकर हिंदू धर्म अपनाने का जिक्र किया गया है. याचिका में उन्हें सचिन की पत्नी बताकर पाकिस्तान न भेजने और भारतीय नागरिकता देने की मांग की गई है. पुलिस ने सीमा के पास से छह पासपोर्ट बरामद किये. छठे पासपोर्ट के बारे में उन्होंने शुक्रवार को कहा कि उन्होंने पहले सीमा गुलाम हैदर नाम से नेपाल वीजा के लिए आवेदन किया था. वीजा नहीं मिलने पर उसने दोबारा सीमा के नाम से आवेदन किया। इसके अलावा सचिन ने सीमा को पत्नी बताकर नेपाल में एक होटल में कमरा बुक कराया था।

सीमा ने भारत आने के लिए नेपाल के पोखरा से बस का टिकट बुक कराया था. वहां भी उसने खुद को भारतीय बताया। यहां पर उसने अपना नाम प्रीति बताया. उन्होंने अपने पास एक पहचान पत्र होने का भी जिक्र किया. बस में जांच के दौरान भी उसने खुद को रबूपुरा निवासी सचिन की पत्नी बताया। वह अंबेडकर नगर के किराये के मकान में भी हिंदू धर्म का पालन करती थीं। जमानत मिलने के बाद भी उन्होंने पूजा-पाठ आदि कर जनता का समर्थन जुटाया।

संदेह होने पर जाँच करें

शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट के वकील एपी सिंह और सचिन मीणा के पिता नेत्रपाल को लेकर राष्ट्रपति भवन पहुंचे। उन्होंने सीमा की ओर से दया याचिका दायर की थी. एपी सिंह का कहना है कि सीमा अपने पूर्व पति गुलाम हैदर से तलाक ले चुकी हैं। उन्होंने सचिन मीना से लव मैरिज की है। सीमा को भारतीय संस्कृति पसंद है. अगर उसे पाकिस्तान भेजा गया तो वहां उसकी जान को खतरा हो सकता है. अगर कोई संदेह है तो एजेंसियों को जांच करनी चाहिए। अगर एजेंसियां चाहें तो पॉलीग्राफ और ब्रेन मैपिंग जैसे टेस्ट भी करा सकती हैं। अगर लोगों को उसके बच्चों पर शक हो रहा है तो उनका डीएनए टेस्ट कराया जाना चाहिए।'

Abhay updhyay

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