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उत्तर प्रदेश

डेंगू और मलेरिया के मामले इंदिरापुरम पहले स्थान पर, स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ी

Nandani Shukla
11 Nov 2024 12:05 PM IST
डेंगू और मलेरिया के मामले इंदिरापुरम पहले स्थान पर, स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ी
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मोहसिन खान

गाजियाबाद। डेंगू और मलेरिया के सबसे अधिक हॉट स्पॉट होने के बावजूद यहां पर फॉगिंग और एंटी-लार्वा के इंतजाम आबादी की तुलना में कम हैं। अगर आंकड़ों पर गौर किया जाए, तो हॉट स्पॉट के मामले में इंदिरापुरम क्षेत्र जिले में पहले नंबर पर है। यहां जगह-जगह जलभराव और गंदगी फैली हुई है। पूरा इंदिरापुरम महज एक फॉगिंग मशीन पर निर्भर है। हालांकि, इस बार डेंगू और मलेरिया के केस पिछले वर्ष की तुलना में कम हैं।

पिछले वर्ष मिले मरीजों के आधार पर हॉट स्पॉट चिह्नित किए गए थे। टॉप पांच हॉट स्पॉट के आंकड़े देखें तो चार स्थान ट्रांस हिंडन क्षेत्र के हैं। इंदिरापुरम में सबसे अधिक 78 मरीज मिले थे। इसके बाद भी इंदिरापुरम में केवल 180 लीटर की एक बड़ी मशीन और छह हैंड मशीनों से फॉगिंग की जा रही है। जबकि यहां की आबादी के हिसाब से मशीनों की संख्या इससे कहीं अधिक होनी चाहिए, ताकि डेंगू के मरीजों को नियंत्रित किया जा सके। हालांकि, लोगों की जागरूकता के कारण इस बार पिछले वर्ष की तुलना में डेंगू और मलेरिया के मरीज कम हैं। इस सीजन में जिले में डेंगू और मलेरिया के महज 15 मरीज मिले हैं, जबकि पिछले वर्ष सितंबर तक 500 से अधिक मरीज मिले थे। नगर निगम के स्वास्थ्य विभाग के मुख्य सफाई निरीक्षक पवन कुमार ने बताया कि फॉगिंग के लिए पर्याप्त मशीनें हैं और इंदिरापुरम में फॉगिंग की जा रही है।

इस वर्ष डेंगू से निपटने के उपाय:

स्वास्थ्य विभाग ने इस बार डेंगू और मलेरिया से निपटने के लिए शहर में जोनल स्तर पर रैपिड रिस्पांस टीमों का गठन किया है। प्रत्येक नगर पालिका और नगर पंचायत स्तर पर भी टीम बनाई गई हैं, जिसमें स्वास्थ्य विभाग के अलावा नगरीय निकाय के कर्मचारी भी शामिल हैं। विभाग का पूरा ध्यान हॉट स्पॉट पर है। जानकारों का कहना है कि डेंगू और मलेरिया के केस कम होने के पीछे इस बार मौसम भी अनुकूल रहा है। रिमझिम वर्षा के बजाय तेज बारिश हुई, जिससे डेंगू के मच्छर अधिक नहीं पनप पाए।

डेंगू और मलेरिया के केस कम रहने के तीन प्रमुख कारण:

रैपिड रिस्पांस टीमों का गठन

लोगों में बढ़ी जागरूकता

रिमझिम की बजाय तेज वर्षा होना

60 अति संवेदनशील क्षेत्र घोषित:

स्वास्थ्य विभाग ने पिछले वर्ष मिले डेंगू के केस के आधार पर जिले में 60 अति संवेदनशील क्षेत्र घोषित किए हैं, ताकि डेंगू पर काबू पाया जा सके। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि डेंगू और मलेरिया का सीजन अब अंतिम चरण में है। डेंगू के केस 20 अक्टूबर और मलेरिया के केस 15 सितंबर के बाद कम हो जाते हैं।

पिछले वर्ष मिले मरीजों के आधार पर जिले के टॉप पांच हॉट स्पॉट:

स्थान - मरीज

ट्रांस हिंडन का इंदिरापुरम: 78

ट्रांस हिंडन का मकनपुर: 67

गाजियाबाद का विजय नगर: 65

ट्रांस हिंडन का वैशाली: 59

ट्रांस हिंडन का कनावनी: 53

पिछले वर्षों में डेंगू और मलेरिया के मरीज:

वर्ष - डेंगू - मलेरिया

2018 - 68 - 105

2019 - 88 - 146

2020 - 15 - 12

2021 - 1238 - 31

2022 - 901 - 19

2023 - 1261 - 28

इस वर्ष की तुलना में इस बार डेंगू के केस कम हैं। जोनवार गठित की गई टीमें हॉट स्पॉट पर फोकस कर रही हैं। अभी तक जिले में महज 15 केस मिले हैं। — डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार मिश्रा, जिला मलेरिया अधिकारी ।

Nandani Shukla

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