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उत्तर प्रदेश

डीएलएफ में पुरानी पाइपलाइन क्षतिग्रस्त और नई लाइन में कनेक्शन नहीं होने से दूषित पानी पीने को लोग मजबूर

Nandani Shukla
13 Nov 2024 2:02 PM IST
डीएलएफ में पुरानी पाइपलाइन क्षतिग्रस्त और नई लाइन में कनेक्शन नहीं होने से दूषित पानी पीने को लोग मजबूर
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- नई पाइप लाइन का पांच माह में होना था काम पूरा

- लोग बंद बोतल पानी खरीदने को हो रहे हैं मजबूर

मोहसिन खान

गाजियाबाद। भोपुरा स्थित डीएलएफ कॉलोनी में सात किलोमीटर लंबी पेयजल पाइपलाइन बिछाई जानी है, जिसका काम पांच महीनों में पूरा होना था। लेकिन अब तक यह कार्य पूरा नहीं हो पाया है। इस पर लगभग दो करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। वहीं, नई लाइन के निर्माण कार्य के दौरान पुरानी पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई, जिससे अधिकांश घरों में गंदा पानी आ रहा है। काम पूरा न होने के कारण लोगों में रोष उत्पन्न हो रहा है।

डीएलएफ कॉलोनी में कई साल पहले बिछाई गई पाइपलाइन जर्जर हो गई थी, जिससे दूषित पानी की समस्या बढ़ गई थी। लोगों की मांग पर नगर निगम के जलकल विभाग ने नई पाइपलाइन डालने की योजना बनाई थी। सात किलोमीटर लंबी लाइन डालने के इस कार्य का शिलान्यास जनवरी 2024 में हुआ था, जबकि काम फरवरी 2024 में शुरू हुआ था। इसे जुलाई 2024 तक पूरा किया जाना था, लेकिन अब दो गुना समय बीतने के बाद भी पाइपलाइन का काम अभी तक पूरा नहीं हुआ है।

स्थानीय निवासी मनोज गौड़ ने बताया कि पाइपलाइन के कई स्थानों पर आपस में कनेक्शन नहीं किए गए हैं, और कई दिनों से साइट पर कोई मजदूर काम नहीं कर रहे हैं। पूरे इलाके में पाइपलाइन तो बिछाई जा चुकी है, लेकिन लोगों को इससे पानी नहीं मिल पा रहा है।

बोतल बंद पानी खरीदने को मजबूर लोग

कॉलोनी में पेयजल की आपूर्ति पुरानी और क्षतिग्रस्त पाइपलाइन से हो रही है। संजय तिवारी का कहना है कि रोजाना घरों में रेत मिला हुआ गंदा पानी आ रहा है, और लोग मजबूरन बाहर से बोतल बंद पानी मंगाने को विवश हैं। इसके अलावा, लाइन बिछाने के काम के दौरान उखाड़ी गई टाइलों को कुछ स्थानों पर दोबारा नहीं लगाया गया है। जलकल विभाग के अधिशासी अभियंता केपी आनंद ने बताया कि कार्य अंतिम चरण में है। इसे जल्द ही पूरा करके ट्रायल किया जाएगा, और फिर पानी की आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी।

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