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उत्तर प्रदेश

Gorakhpur News: तीसरी लाइन...अब गोंडा-बुढ़वल के बीच सरपट दौड़ेंगी ट्रेनें, 734 करोड़ से होगा काम

Abhay updhyay
3 Nov 2023 6:25 AM GMT
Gorakhpur News: तीसरी लाइन...अब गोंडा-बुढ़वल के बीच सरपट दौड़ेंगी ट्रेनें, 734 करोड़ से होगा काम
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पूर्वोत्तर रेलवे के बुढ़वल-सुढि़या मऊ स्टेशनों के बीच दोहरीकरण का कार्य पूरा होने के बाद अब गोंडा से बुढ़वल के बीच 61 किलोमीटर की तीसरी लाइन बिछने जा रही है। इस लाइन के बिछने से गोंडा से सीतापुर और लखनऊ आने-जाने वाली ट्रेनों को अतिरिक्त लाइन मिल जाएगी। इससे दिल्ली व पश्चिमी यूपी से गोरखपुर की तरफ आने-जाने वाली एक्सप्रेस ट्रेनों की रफ्तार भी बढ़ेगी।

गोरखपुर से गोंडा-बुढ़वल-सीतापुर के रास्ते सत्याग्रह, कटिहार-अमृतसर, न्यू जलपाई गुड़ी-अमृतसर समेत करीब 40 एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन होता है। उत्तर भारत को पूर्वी भारत से जोड़ने वाली यह लाइन बुढ़वल से सीतापुर के बीच पहले सिंगल थी, जिस वजह से ट्रेनों को लाइन क्लीयर नहीं मिल पाता था।

पिछले महीने लखनऊ मंडल के बुढ़वल-सीतापुर खंड स्थित बुढ़वल-सुढ़िया मऊ स्टेशनों के बीच दोहरीकरण कराया गया। इससे सीतापुर से बुढ़वल के बीच गुजरने वाली ट्रेनों को सुविधा मिली है। इसके बाद अब बुढ़वल से गोंडा के बीच तीसरी लाइन बिछाई जानी है।

गोंडा जंक्शन से हर दिन 136 जोड़ी ट्रेनों का आवागमन होता है। इसके चलते लखनऊ और सीतापुर की तरफ से आने वाली ट्र्रेनों की रफ्तार बुढ़वल से गोंडा के बीच सुस्त हो जाती है। हालांकि गोंडा से बुढ़वल के बीच डबल ट्रैक है, लेकिन ट्रेनों की संख्या इतनी ज्यादा है कि आए दिन किसी न किसी स्टेशन पर सुपरफास्ट ट्रेनों को पास कराए जाने के लिए दूसरी ट्रेनें खड़ी कर दी जाती हैं।


गोंडा-बुढ़वल (61.72 किमी) तीसरी लाइन

लागत : 714.34 करोड़

प्रथम चरण में गोंडा कचहरी-करनैल गंज (23.65 किमी) के बीच होगा काम

तीसरी लाइन बन जाने से बढ़ जाएगी ट्रेनों की औसत रफ्तार


एनईआर सीपीआरओ पंकज कुमार सिंह ने कहा कि गोंडा- बुढ़वल के मध्य तीसरी लाइन के होने से ट्रेनों का परिचालन सुगम हो सकेगा। इस खंड पर पांच अलग- अलग दिशाओं से ट्रैफिक आती है। गोरखपुर से मुख्य मार्ग एवं लूप लाइन से आने वाली ट्रेनें, बहराइच से आने वाली ट्रेनें इसी प्रकार लखनऊ से एवं सीतापुर से आने वाली ट्रेनें इसी रूट से आती हैं। गोरखपुर के आस-पास तीसरी लाइन पहले से ही प्रगति पर है, अब इस तीसरी लाइन के बन जाने से मांग के अनुरूप अतिरिक्त ट्रेनें चलाई जा सकेंगी।

Abhay updhyay

Abhay updhyay

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