Begin typing your search above and press return to search.
उत्तर प्रदेश

Gorakhpur News: घर वापसी के लिए ट्रेनों में अभी से नहीं मिल रही जगह, जनरल में भी धक्कामुक्की

Abhay updhyay
6 Nov 2023 10:15 AM GMT
Gorakhpur News: घर वापसी के लिए ट्रेनों में अभी से नहीं मिल रही जगह, जनरल में भी धक्कामुक्की
x

दिवाली से पहले ही दिल्ली-मुंबई से वापस आने वाली ट्रेनें फुल हो गई हैं। रविवार को पंजाब-हरियाणा से लौटी गोरखधाम में पैर रखने की जगह नहीं थी। अन्य गाड़ियों का भी यही हाल है। वहीं गोरखपुर से दिल्ली जाने वाली ट्रेनों में इस समय सामान्य भीड़ है।

गोरखपुर व आसपास के जिलों में बड़ी संख्या में दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र आदि प्रदेशों में रोजगार के लिए गए हैं। दिवाली से छठ के बीच तमाम लोग घर लौटते हैं। इस वक्त भी वही हाल है। रविवार को गोरखधाम एक्सप्रेस की जनरल बोगी वापसी में भी ठसाठस भरी थी। जिसे जहां जगह मिला, वहीं खड़ा हो गया था।

स्लीपर क्लास में फर्श पर बैठकर आए गगहा के मनोज ने बताया कि टिकट कन्फर्म नहीं हुआ तो रास्ते में टीटीई ने फाइन भरकर स्लीपर कोच में जाने की अनुमति दी, लेकिन हिदायत दी कि किसी सीट पर लेटे यात्री को डिस्टर्ब नहीं करना है।

अंदर गए तो देखा कि दो सीट के बीच की खाली जगह में तमाम यात्री चादर बिछाकर सो रहे थे। मैं भी उसी में किसी तरह से बैठकर आ गया। राम मिलन सिंह का कहना था कि अभी तो राहत है, आगे और भीड़ बढ़ेगी, इसलिए जहां टिकट मिला वहीं बैठ गए।

जनरल बोगी की हालत तो वैसे ही खराब रहती है। इस बोगी में आए बिजेंद्र ने बताया कि बस्ती का एक यात्री दिल्ली से पहले शकूरबस्ती में ट्रेन में सवार हुआ था। भीड़ के दबाव के चलते वह चिल्लाने लगा। दिल्ली स्टेशन पर उसे यात्रियों ने बाहर निकाल दिया।

सिसवा बाजार मनीष ने कहा कि दिवाली से एक दिन पहले का टिकट लिया था, लेकिन सीट कंफर्म नहीं थी। कोई उपाय नहीं सूझा तो 10 दिन पहले ही निकल लिए। कम से कम त्योहार में सकुशल घर तो पहुंच जाएंगे। बहुत से लोग सात तारीख के बाद यात्रा शुरू करेंगे। तब भीड़ और बढ़ेगी।

खड्डा अरसे आलम ने कहा कि अब स्लीपर कोच में भी बैठने की जगह नहीं मिल रही है। थर्ड एसी में भी लोग वेटिंग का टिकट लेकर चल रहे हैं। जनरल बोगी में तो दम घुट जाएगा, इतनी भीड़ है। मौके को देखते हुए रेलवे को एसी डिब्बों की जगह सामान्य डिब्बों वाली विशेष गाड़ी चलानी चाहिए, जिससे कि आम आदमी को राहत मिल सके।

Abhay updhyay

Abhay updhyay

    Next Story