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पूर्व अधिशासी अधिकारी शालिनी गुप्ता जांच में पाई गईं 'दोषी'
- शालिनी गुप्ता पर लगा था अनियमितताओं के आरोप
मोहसिन खान
गाजियाबाद। नगर पालिका परिषद की पूर्व अधिशासी अधिकारी शालिनी गुप्ता को वित्तीय अनियमितताओं में प्रथम दृष्टया दोषी पाई गई है। इस मामले में लखनऊ सचिवालय कार्यालय से पत्र जारी हुआ है। आगे की जांच के लिए नगरीय निकाय निदेशालय लखनऊ से उप निदेशक को जांच अधिकारी नामित किया गया है। इस मामले को खतौली के विधायक मदन भैया ने विधान सभा में मामले को उठाया था। वर्तमान में शालिनी गुप्ता दादरी नगर पालिका परिषद की अधिशासी अधिकारी हैं।
वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में इंद्रापुरी में यश एंटरप्राइजेज फर्म के संचालक खेमराज कसाना ने शिकायत की थी। उन्होंने तत्कालीन अधिशासी अधिकारी शालिनी गुप्ता पर वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाया गया था। शिकायत पर मामले की जांच मंडल आयुक्त मेरठ को सौंपी गई थी। मंडलायुक्त ने जांच के लिए समिति गठित की थी। चार वर्ष बाद भी जांच रिपोर्ट के बारे में बताया नहीं गया। इसके बाद शिकायतकर्ता खतौली विधायक मदन भैया के पास पहुंचे। मदन भैया द्वारा मई 2023 के विधानसभा सत्र के दौरान इस मामले को उठाया गया था। नगर विकास मंत्री एके शर्मा द्वारा मदन भैया को पत्र भेजकर अवगत कराया गया है कि लोनी नगर पालिका परिषद कार्यकाल के दौरान शालिनी गुप्ता को अनियमितता की शिकायत में प्रथम दृष्टया दोषी पाया गया है। आगे की जांच के लिए जांच के लिए नगरीय निकाय निदेशालय लखनऊ के उपनिदेशक को जांच अधिकारी नामित किया गया है। शालिनी गुप्ता वर्तमान में गौतमबुद्ध नगर जिले की नगर पालिका परिषद दादरी की अधिशासी अधिकारी हैं। अधिशासी अधिकारी शालिनी गुप्ता ने बताया कि उनके ऊपर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उनका मामला हाईकोर्ट में विचाराधीन है।