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संविदा कर्मियों को डिप्टी सीएम से समायोजन का मिला आश्वासन
सोनू सिंह
गाजियाबाद। कोरोना काल के दौरान स्वास्थ्य विभाग में रखे गए चिकित्सक समेत अन्य स्टाफ को उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक द्वारा समायोजित करने का आश्वासन मिला है। उप मुख्यमंत्री ने गाजियाबाद सीएमओ से फोन पर बात कर उनके समायोजन की प्रक्रिया को बढ़ाने का निर्देश दिया है।
बता दें कि इन संविदा कर्मचारियों की 31 जुलाई के बाद सेवाएं समाप्त कर दी गई थीं। कोरोना काल के दौरान 2021 की शुरुआत में स्वास्थ्य विभाग ने आउटसोर्सिंग पर हेल्थ कर्मियों की नियुक्ति की थी। प्रदेश सरकार ने वर्ष 2022 में शासन ने आउटसोर्सिंग पर रखे गए कर्मचारियों के समायोजन का आश्वासन दिया था। हालांकि सरकार के आश्वासन के बावजूद उनमें से बहुत से कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त कर दी गई, जिसके बाद से बचे हुए कर्मचारियों ने सरकार से वार्ता करना शुरू किया था। इसी साल के शुरुआत में प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने स्वास्थ्य विभाग में आउटसोर्सिंग के जरिए रखे गए सभी हेल्थ कर्मियों के समायोजन के निर्देश स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन को जारी किए। इसके बावजूद कर्मचारियों को नोटिस देकर 31 जुलाई के बाद उनकी संविदा समाप्त कर दी गई।
डॉ. रचना, डॉ. सौरभ कुमार, डॉ. आकाश वत्स, डॉ. शैलेंद्र खेरिया, डॉ. अनिल गिरी, डॉ. महिपाल, डॉ. गिनी बंसल समेत अन्य ने लखनऊ में उप-मुख्यमंत्री बृजेश पाठक से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने बताया कि एक अगस्त 2024 को समस्त 9 आयुष चिकित्सकों एवं 35 स्टाफ को समायोजित करने के बजाय उनकी सेवाएं रोक दी गई हैं। इस पर उप मुख्यमंत्री ने मुलाकात के दौरान ही मुख्य चिकित्सा अधिकारी गाजियाबाद को फोन कर समायोजन संबंधित कार्य करने को कहा गया है। वहीं, सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन का कहना है कि शासन स्तर से जो भी निर्देश है उन्हें अमल में लाया जाएगा। इस संबंध में सभी सरकारी अस्पताल से रिक्त पदों की जानकारी देने को कहा गया है, योग्यतानुसार समायोजित करने की प्रक्रिया की जाएगी।