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भीषण गर्मी और लू से बचने के लिए सीएम योगी ने की खास व्यवस्था, अधिकारियों को दिए ये निर्देश
नेहा सिंह तोमर
लखनऊ। प्रदेश में पड़ रही भीषण गर्मी और लू की वजह से हो रही मौत पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को बचाव के उपाय करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत कुछ दिनों से प्रदेश में भीषण गर्मी का प्रकोप देखने को मिल रहा है। तापमान बढ़ रहा है। ऐसी स्थिति में आम जन जीवन और पशुधन वन्य जीवों की सुरक्षा के लिए हर स्तर पर पुख्ता प्रबंध किया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आयुक्त कार्यालय के स्तर से मौसम पूर्वानुमान का दैनिक बुलेटिन जारी किया जाए। उन्होंने अनावश्यक बिजली कटौती नहीं करने के निर्देश दिए। साथ ही फाल्ट आने पर उसे तत्काल ठीक करने को कहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जरूरत हो तो अतिरिक्त बिजली खरीदने की व्यवस्था करें। ट्रांसफार्मर जले न और तार गिरने और ट्रिपिंग जैसे समस्याओं का बिना विलंब निस्तारण किया जाए। अधिकारी फोन अटेंड करें और कहीं भी विवाद की स्थिति न बने। यदि ऐसा हो तो वरिष्ठ अधिकारी तत्काल स्वयं मौके पर पहुंचे।
मुख्यमंत्री ने नगर निकायों को ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ रखने के निर्देश दिए हैं। बाजार में मुख्य मार्ग पर जगह-जगह पेयजल की व्यवस्था हो इस कार्य में सामाजिक और धार्मिक संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाना चाहिए। सड़कों पर नियमित रूप से पानी का छिड़काव कराया जाए। पानी की कमी से अत्यधिक प्रभावित क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से आपूर्ति सुनिश्चित कराई जाए और पेयजल का अभाव कहीं भी ना हो। उन्होंने कहा कि स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। अयोध्या, काशी, मथुरा और आदि सभी धार्मिक स्थलों पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। लखनऊ में साफ सफाई और ट्रैफिक में अन्य व्यवस्थाओं का सुचारू रूप से होना निश्चित करें।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि भीषण गर्मी के बीच पशुधन वन्य जीवों की सुरक्षा का भी ध्यान रखा जाना आवश्यक है। सभी प्राणी उद्यानों में अब हीट वेव एक्शन प्लान का प्रभावी क्रियान्वयन किया जाए। पशुपालक कृषकों को हीट वेव की स्थिति में सुरक्षित रखने के पुख्ता इंतजाम हो। गौशालाओं में पशुधन की हरे चारे, चोकर और पानी की उचित व्यवस्था हो। बरसात में पूर्व पशुओं के वैक्सीनेशन की प्रक्रिया जारी रखें।
उन्होंने कहा कि लू के लक्षणों और उससे बचाव के तरीकों से लोगों जागृत किया जाए। बीमारी की स्थिति में हर किसी को तत्काल चिकित्सा सुविधा मुहैया कराया जाए। अस्पताल और मेडिकल कॉलेज में लू से प्रभावित लोगों को तत्काल इलाज और अस्पताल में दवाइयां की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए। शहरों में पेयजल के आपूर्ति निर्धारित रोस्टर के अनुरूप किया जाए। सभी हैंडपंप को क्रियाशील रखा जाए। सार्वजनिक स्थानों पर पानी एवं छाया की व्यवस्था की जानी चाहिए। पक्षियों के लिए छोटे बर्तन में पानी और दाना रखने के इंतजाम किया जाए।