Begin typing your search above and press return to search.
उत्तर प्रदेश

दिल्ली, गुरुग्राम में बैठकर सीएचओ गाजियाबाद के स्वास्थ्य उप केंद्र पर लगा रहे हाजिरी

Tripada Dwivedi
29 Oct 2024 4:40 PM IST
दिल्ली, गुरुग्राम में बैठकर सीएचओ गाजियाबाद के स्वास्थ्य उप केंद्र पर लगा रहे हाजिरी
x

-जांच में 17 सीएचओ पकड़े गए

-आए दिन केंद्रों पर लगा रहता है ताला

गाजियाबाद। गांव की चौपाल पर हर बीमारी का नि:शुल्क इलाज करने को खोले गए आयुष्मान आरोग्य मंदिर अब खुद बीमार हो चले हैं। इन केंद्रों पर तैनात किए गए सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) बेकाबू हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इनसे काम नहीं ले पा रहे हैं। हाल ही में पता चला है कि कई सीएचओ दिल्ली, गुरुग्राम में बैठकर गाजियाबाद के स्वास्थ्य उप केंद्रों पर हाजिरी लगा रहे हैं। प्रतिदिन सीएचओ को सुबह 9 बजे स्वास्थ्य उप केंद्रों पर पहुंचकर अटेंडेंस मैनेजमेंट सिस्टम पोर्टल पर सेल्फी अपलोड करते हुए हाजिरी लगानी होती है मगर कुछ सीएचओ अपने घर से ही सेल्फी अपलोड कर रहे थे। सेल्फी में केंद्र की जगह उनके घर की दीवार अपलोड हो गए।

जांच में सीएमओ ने ऐसे 17 सीएचओ की फर्जी हाजिरी लगाने वाले की इस महिने के वेतन से कटौती करने के आदेश जारी कर दिए हैं। वहीं आयुष्मान आरोग्य मंदिर सीकरी कलां में तैनात एक सीएचओ ने तो 24 दिन में से 14 दिन फर्जी हाजिरी लगा दी। जावली के सीएचओ ने पांच दिन, रहीसपुर के सीएचओ ने पांच दिन, महमूदपुर और चिरौडी के सीएचओ ने चार दिन की फर्जी हाजिरी लगाई है।

इस मामले के बारे में शासन को बता दिया गया है। बताया जा रहा है कि फर्जी तरीके से हाजिरी लगाने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की तैयारी की जा रही है। बता दें कि नर्सिंग का डिप्लोमा करने वाले युवक-युवतियों को सीएचओ के पद पर नियुक्त करते हुए चिकित्सक की तरह ओपीडी संचालित करने का अधिकारी शासन स्तर से दिया गया है। वेतन के अलावा इंसेंटिव भी प्रतिमाह मिलता है। अधिकांश सीएचओ दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के हैं। जो स्थानीय हैं वह जरूर नियमित केंद्रों पर पहुंचते हैं। कई केंद्रों पर आए दिन केंद्रों पर ताला लटका रहता है।

सीएमओ डा.अखिलेश मोहन ने कहा कि कई सीएचओ द्वारा फर्जी तरीके से हाजिरी लगाए जाने का मामला प्रकाश में आया है। जांच में ऐसे 17 सीएचओ को चिन्हित करते हुए फर्जी हाजिरी लगाने पर नवंबर माह के वेतन से कटौती करने के निर्देश जारी किए गए हैं। अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए शासन को अवगत करा दिया गया है। नियमित निरीक्षण के लिए सात नोड़ल अधिकारी नामित कर दिए गए हैं।

Next Story