Begin typing your search above and press return to search.
State

आविप का झुग्गी बस्ती पर चला बुलडोजर, आज खुले आसमान के नीचे बच्चों के साथ सर्द रात बिताएंगे सैकड़ों लोग

Nandani Shukla
6 Dec 2024 4:45 PM IST
आविप का झुग्गी बस्ती पर चला बुलडोजर, आज खुले आसमान के नीचे बच्चों के साथ सर्द रात बिताएंगे सैकड़ों लोग
x

- 300 करोड़ की भूमि कब्जा मुक्त, बुलडोजर को चला देख महिलाओं ने किया विरोध

- वसुंधरा सेक्टर-3 और 4 में 40 हज़ार वर्ग मीटर में बनी थी एक हज़ार झुग्गियां

मोहसिन खान

गाजियाबाद। वसुंधरा सेक्टर-3 और 4 में आवास विकास परिषद ने 300 करोड़ रुपये की भूमि को कब्जा मुक्त कराया। भारी पुलिस बल के साथ चार बुलडोज़र से झुग्गियों को ध्वस्त कर दिया गया। इस दौरान लोगों ने जमकर हंगामा किया। इस घटना के बाद सवाल उठता है कि जब भूमि पर कब्जा होना शुरू होता है, तो उसे उसी समय क्यों नहीं रोका जाता, जबकि आवास विकास परिषद के पास प्रवर्तन दल है, जो अवैध कब्जे को रोक सकता है। आरोप है कि पहले आवास विकास परिषद ने झुग्गियों को बसने की छूट दी थी, और लोग 20 वर्षों से यहां रह रहे थे।

वसुंधरा सेक्टर-3 और 4 में आवास विकास परिषद की 40,000 वर्ग मीटर भूमि है जिसकी कीमत 600 करोड़ रुपये है। यहां 1,000 से अधिक झुग्गियां बनी हुई थीं और लोग लगातार झुग्गियों के बारे में शिकायत कर रहे थे।

आवास विकास परिषद की टीम चार बुलडोज़र के साथ मौके पर पहुंची। टीम ने कार्रवाई शुरू करने से पहले झुग्गियों पर लगे धार्मिक और राष्ट्रीय ध्वज उतार लिए। फिर एक साथ चार बुलडोज़र चलाए गए। जिसके बाद लोग अपना सामान समेटने में जुट गए। इस दौरान कुछ महिलाएं भड़क गईं और उन्होंने आवास विकास परिषद पर आरोप लगाया कि पहले उन्हें यहां बसने की छूट दी गई थी और अब अचानक उन्हें उजाड़ा जा रहा है। पुलिस ने सख्ती दिखाई, जिससे हंगामा करने वाले लोग शांत हो गए।

शाम पांच बजे तक 300 करोड़ रुपये की 20,000 वर्ग मीटर भूमि को कब्जा मुक्त कर दिया गया। अभी भी 300 करोड़ रुपये की 20 वर्ग गज भूमि पर कब्जा है। जिसे शुक्रवार को बुलडोजर से कब्जा मुक्त किया जाएगा।

अधिकारियों ने बताया कि उन्होंने कार्रवाई से पहले नोटिस दिया था और मुनादी भी कराई थी, लेकिन लोगों ने स्वेच्छा से भूमि खाली नहीं की। उन्होंने कहा-हमारे लिए हर समय पुलिस उपलब्ध नहीं रहती है। हम रोज-रोज कार्रवाई नहीं कर सकते। नोटिस देने और मुनादी कराने के बाद ही 300 करोड़ रुपये की भूमि को कब्जा मुक्त कराया गया।

Next Story