Begin typing your search above and press return to search.
उत्तर प्रदेश

ब्रांड्स के पास आरआरटीएस स्टेशनों के साथ जुड़ने का मौका

Neelu Keshari
16 Aug 2024 6:39 AM GMT
ब्रांड्स के पास आरआरटीएस स्टेशनों के साथ जुड़ने का मौका
x

-ब्रांड अपने नाम को स्टेशन के नाम के पहले या बाद में जोड़ सकते हैं

सोनू सिंह

गाजियाबाद। भारत के पहले रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम और नमो भारत ट्रेन के साथ साझेदारी के इस लाभकारी अवसर को प्रदान करते हुए, एनसीआरटीसी ने दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के परिचालित खंड के पांच स्टेशनों के लिए विशेष सेमी-नेमिंग और को-ब्रांडिंग अधिकारों के लिए निविदाएं आमंत्रित की हैं।

इस पहल का उद्देश्य यात्रियों के अनुभव और सुविधा को बढ़ाने के साथ-साथ आरआरटीएस कॉरिडोर की वित्तीय स्थिरता के लिए नॉन-फेयर बॉक्स रेवेन्यू के विकल्प उत्पन्न करना है। इसमें भाग लेकर, ब्रांड्स अपने नाम को आरआरटीएस स्टेशनों के साथ जोड़कर अपनी ब्रांड पहचान को प्रभावी रूप से बढ़ा सकते हैं, जिससे वे व्यापक जनसमूह तक पहुंच सकते हैं। इन अधिकारों को प्राप्त करने वाले ब्रांड्स को स्टेशन के नाम के पहले या बाद में अपने नाम को जोड़ने, स्टेशन की दीवारों, होर्डिंग्स, और प्रवेश/निकास द्वारों पर अपने ब्रांड के रंगों को शामिल करने, और निर्मित व खाली जगहों का उपयोग करने का अवसर मिलेगा। ब्रांडिंग स्टेशन के अंदरूनी हिस्सों जैसे कॉनकोर्स और प्लेटफार्म स्तर पर और बाहरी हिस्सों जैसे स्टेशन के दोनों किनारों पर स्थित कॉलम और पियर तक फैलेगी जिससे उनके ब्रांड्स सड़क पर और पैदल यात्रियों को भी प्रभावी रूप से दिखाई देंगे।

एनसीआरटीसी इन व्यापक ब्रांडिंग अवसरों के अलावा, ट्रेन के भीतर ऑडियो अनाउंसमेंट में भी को-ब्रांडेड स्टेशन के नामों को शामिल करेगा, जिससे दैनिक यात्रियों के साथ ब्रांड इंटरैक्शन और बढ़ेगा। स्टेशन के नक्शों पर भी ब्रांड के लोगों को प्रमुखता से दिखाया जाएगा और बिना भुगतान वाले क्षेत्रों में कैनोपीज आदि द्वारा अनुभवात्मक मार्केटिंग के लिए स्थापित किया जा सकेगा। आरआरटीएस स्टेशन दिल्ली-मेरठ हाईवे पर रणनीतिक रूप से स्थित हैं और घनी आबादी वाले क्षेत्रों में हैं, जो बाजारों, शिक्षण संस्थानों और रिहायशी इलाकों से घिरे हुए हैं। यह प्रमुख स्थान मार्केटिंग उद्देश्यों के लिए बेहतरीन ब्रांड विजिबिलिटी प्रदान करता है। इस पहल के तहत गुलधर आरआरटीएस स्टेशन के लिए सेमी-नेमिंग अधिकार पहले ही हासिल किए जा चुके हैं। सेमी नेमिंग राइट्स को प्राप्त करने के लिए निविदा दस्तावेज सेंट्रल प्रोक्योरमेंट पोर्टल (CPP) और NCRTC की आधिकारिक वेबसाइट www.ncrtc.in पर उपलब्ध हैं। इस संबंध में एक प्री-बिड बैठक 20 अगस्त को दोपहर 3:00 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से निर्धारित है। इच्छुक पक्ष निविदा दस्तावेजों में दिए गए ईमेल पते पर अनुरोध भेजकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में शामिल हो सकते हैं।

Next Story