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उत्तर प्रदेश

350 सीसीटीवी निगरानी से गाजियाबाद में यातायात संचालन में सुधार की उम्मीद

Nandani Shukla
13 Nov 2024 4:32 PM IST
350 सीसीटीवी निगरानी से गाजियाबाद में यातायात संचालन में सुधार की उम्मीद
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- निगम ने पिछले दिनों डेढ़ हजार निजी कैमरों को कंट्रोल रूम से जोड़ा

- यातायात नियमों को तोड़ने वालों का ऑटोमेटिक होगा ई-चालान


मोहसिन खान

गाजियाबाद। शहर में सभी प्रमुख तिराहों और चौराहों पर 350 सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। इनमें से 70 कैमरे ऑटोमेटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन (एएनपीआर) वाले होंगे। इन कैमरों के माध्यम से यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों का ई-चालान स्वत:जारी होगा। शासन ने नगर निगम की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) को मंजूरी दे दी है और इस योजना पर करीब ढाई करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।

शहर में यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने और सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने के लिए यह सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। निगम ने हाल ही में डेढ़ हजार निजी कैमरों को कंट्रोल रूम से जोड़ा है। अब निगम मुख्यालय में बनाए गए कंट्रोल रूम से शहर के विभिन्न स्थानों की निगरानी की जा रही है।

नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया कि स्मार्ट ट्रैफिक कंट्रोल रूम के तहत सभी प्रमुख तिराहों और चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। ये कैमरे आईपी बेस्ड और हाई रिज़ोल्यूशन वाले होंगे। अतिव्यस्त और भीड़-भाड़ वाले इलाकों में भी इन कैमरों को लगाया जाएगा और सभी कैमरे ट्रैफिक कंट्रोल रूम में लगी स्क्रीन पर लाइव दिखाई देंगे।

उन्होंने बताया कि आईटीएमएस (इंटिग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) लागू किया जाएगा। इस योजना के तहत चौराहों और तिराहों पर सेंसरयुक्त ट्रैफिक सिग्नल लगाए जाएंगे जो 70 से 100 मीटर की दूरी तक वाहनों का दबाव भांप लेंगे। इस प्रणाली के माध्यम से ट्रैफिक सिग्नल की टाइमिंग और क्रम वाहनों के दबाव के आधार पर अपने आप बदलता रहेगा।

शहर के चौराहों और तिराहों पर लगे सीसीटीवी कैमरों से की जाएगी निगरानी

  • सीसीटीवी कैमरे हाई रिज़ोल्यूशन और नाइट विजन वाले होंगे। ये कैमरे 360 डिग्री पर घूमने में सक्षम होंगे।
  • इन कैमरों की मदद से अपराधियों को पकड़ने में भी सहायता मिलेगी।
  • यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों का ऑटोमेटिक ई-चालान किया जाएगा।
  • शहर में यातायात संचालन को बेहतर बनाने में इन कैमरों की मदद मिलेगी।
  • इमरजेंसी में ट्रैफिक डायवर्जन के संबंध में अनाउंसमेंट किया जाएगा।
  • कैमरों के सामने से गुजरने वाले प्रत्येक वाहन को स्कैन किया जाएगा और उसका डेटा सर्वर में फीड हो जाएगा। जरूरत पड़ने पर इसे उपयोग में लाया जाएगा।
  • नगर आयुक्त विक्रमादित्य सिंह मलिक ने कहा-शासन ने शहर में कैमरे लगाने की डीपीआर को मंजूरी दे दी है। जल्द ही इस कार्य की शुरुआत होगी। इसके अलावा डेढ़ हजार निजी कैमरों को भी कंट्रोल रूम से जोड़ लिया गया है। आईटीएमएस योजना पर भी काम चल रहा है।
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