यूपी में ठंड का असर, कई जिलों में बूंदाबांदी से मौसम हुआ और सर्द
- ठंड के चलते 48 घंटे में 25 मौतें40 शहरों में शीतलहर
- मौसम खराब होने की वजह से 23 फ्लाइट्स किया गया लेट
मोहसिन खान
वाराणसी। उत्तर प्रदेश में कड़ाके की ठंड का दौर जारी है। मंगलवार को 51 जिलों में कोहरा छाया हुआ है। वाराणसी समेत कई जिलों में विजिबिलिटी 50 मीटर तक पहुंच गई है, जबकि हवाएं 30 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से चल रही हैं, जिससे गलन बढ़ गई है। ठंड के चलते प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 10 लोगों की जान गई है, और 48 घंटों में यह आंकड़ा 25 तक पहुंच गया है। कोहरे के कारण वाराणसी में 13, जबकि लखनऊ में 10 फ्लाइट्स देरी से आईं। ट्रेनों पर भी असर पड़ा है, और कानपुर तथा वाराणसी रेलवे स्टेशन पर आने वाली करीब 200 ट्रेनें 12 घंटे तक लेट चल रही हैं। मौसम विभाग ने 40 जिलों में कोल्ड-डे का अलर्ट जारी किया है। प्रयागराज और मुजफ्फरनगर में सुबह हल्की बूंदाबांदी हुई।
सोमवार को फतेहपुर सबसे ठंडा जिला रहा, जहां तापमान 6.2 डिग्री दर्ज किया गया। मौसम विभाग का कहना है कि 9 जनवरी तक कोल्ड-डे जैसी स्थिति बनी रहेगी और 11 जनवरी से फिर बारिश हो सकती है। 20 जनवरी तक हालात ऐसे ही रहने का अनुमान है।
अगले 3 दिनों का मौसम अनुमान:
8 जनवरी: बारिश की संभावना नहीं है, लेकिन पश्चिमी और पूर्वी यूपी में घना कोहरा छाया रहेगा। दोपहर में धूप खिलेगी, जबकि तेज हवाओं से गलन बनी रहेगी।
9 जनवरी: बादल छाए रहेंगे और कोहरा छाया रहेगा। विजिबिलिटी 100 से 200 मीटर रहेगी। कोल्ड-वेव भी चलेगी।
10 जनवरी: सुबह और शाम को घना कोहरा छाया रहेगा। सर्द हवाएं चलेंगी और विजिबिलिटी 50 से 100 मीटर तक रिकॉर्ड की जाएगी।
ठंड से 24 घंटे में 10 मौतें:
पिछले 24 घंटे में ठंड के कारण 10 लोगों की मौत हो गई। इनमें कानपुर, महोबा में तीन-तीन, कानपुर देहात में दो, चित्रकूट, बरेली और बांदा में एक-एक व्यक्ति की जान चली गई।
प्रदेश का औसत न्यूनतम तापमान 7 डिग्री:
मौसम विज्ञान केंद्र लखनऊ के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ के असर से मौसम में फिर से बदलाव के संकेत हैं। आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ेगी। प्रदेश का औसत अधिकतम तापमान 17 और न्यूनतम तापमान 7 डिग्री दर्ज किया गया।
बर्फीली हवाओं से बढ़ी गलन:
मौसम विशेषज्ञ डॉ. SN सुनील पांडेय ने बताया कि जमीन की सतह से 6 किमी ऊपर बह रहीं जेट स्ट्रीम हवाओं ने गलन पैदा कर दी है, जिससे पहाड़ों जैसी ठंड का एहसास हो रहा है। ये हवाएं 20 जनवरी तक चल सकती हैं। फिलहाल, अगले 3 दिनों तक सीवियर कोल्ड-डे की स्थितियां बनी रहेंगी।
शीतलहर हमारे शरीर के लिए कितनी खतरनाक?
KGMU लखनऊ के डॉ. सत्येंद्र कुमार सोनकर बताते हैं कि शीतलहर हमारे स्वास्थ्य को कई तरह से प्रभावित करती है। यह हमारे हार्ट और न्यूरोलॉजिकल हेल्थ पर भी असर डालती है। नीचे दिए गए ग्राफिक से समझें कि शीतलहर हमारी सेहत को कैसे प्रभावित करती है।
कोहरे के कारण 188 ट्रेनें रहीं लेट:
कोहरे के कारण कानपुर सेंट्रल स्टेशन आने वाली 188 ट्रेनें तीन से 12 घंटे तक लेट रहीं। ट्रेनों की देरी के कारण रविवार से सोमवार देर रात तक 3312 यात्रियों के टिकट लौटाए गए। इसके अलावा, 276 यात्रियों को कनेक्टिंग रिजर्वेशन की वजह से दूसरी ट्रेनों में सफर की छूट दी गई। ठंड के चलते कानपुर में 9 से 12वीं तक के स्कूल ऑनलाइन संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं।
मौसम विभाग की एडवाइजरी- ड्राइविंग में सावधानी रखें:
कोहरे के दौरान गाड़ी चलाते समय या किसी अन्य ट्रांसपोर्ट से यात्रा करते समय सावधान रहें। ड्राइविंग धीरे करें और फॉग लाइट का इस्तेमाल करें। ट्रैवल शेड्यूल के लिए एयरलाइंस, रेलवे और राज्य परिवहन के संपर्क में रहें। एयरलाइंस कंपनियों ने यात्रियों से कहा है कि वे एयरपोर्ट रवाना होने से पहले उड़ानों की स्थिति चेक कर लें।
स्वास्थ्य- जब तक इमरजेंसी न हो, तब तक बाहर निकलने से बचें और चेहरे को ढंककर रखें। अस्थमा और ब्रोंकाइटिस से पीड़ित लोग लंबे समय तक घने कोहरे में रहने से बचें, क्योंकि इससे सांस से जुड़ी परेशानी बढ़ सकती है।