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गणेश पूजा के लिए पीएम मोदी का सीजेआई चंद्रचूड़ के घर जाने पर मचा बवाल! विपक्ष ने उठाए कई सवाल

Tripada Dwivedi
12 Sep 2024 8:26 AM GMT
गणेश पूजा के लिए पीएम मोदी का सीजेआई चंद्रचूड़ के घर जाने पर मचा बवाल! विपक्ष ने उठाए कई सवाल
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुधवार को नई दिल्ली स्थित भारत के चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ के घर पर गणपति पूजा समारोह में शामिल हुए। जिसकी जानकारी उन्होंने खुद सोशल साइट प्लेटफॉर्म एक्स पर दी। इसके बाद विपक्ष के लोगों ने उनको घेरना शुरू कर दिया है। पीएम मोदी के घोर विरोधी सुप्रीम कोर्ट के वकील प्रशांत भूषण ने सोशल साइट प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा कि न्यायाधीश के आचार संहिता का उल्लंघन उस स्थिति को दर्शाता है जिसमें न्यायाधीश ने अपने कार्यालय की गरिमा के अनुरूप पर्याप्त दूरी बनाए रखने में विफलता दिखाई है।

वहीं शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि गणपति उत्सव चल रहा है, लोग एक-दूसरे के घर जाते हैं। मुझे इस बारे में जानकारी नहीं है कि पीएम अब तक कितने घरों में गए हैं लेकिन पीएम सीजेआई के घर गए और उन्होंने साथ में आरती की। अगर संविधान का संरक्षक राजनेताओं से मिलता है, तो इससे लोगों के मन में संदेह पैदा हो सकता है। महाराष्ट्र का हमारा मामला सीजेआई चंद्रचूड़ के समक्ष सुनवाई चल रही है इसलिए हमें संदेह है कि हमें न्याय मिलेगा या नहीं क्योंकि पीएम इस मामले में दूसरी पार्टी हैं। हमारे मामले में दूसरी पार्टी केंद्र सरकार है।

उन्होंने कहा कि मुख्य न्यायाधीश को इस मामले से खुद को दूर कर लेना चाहिए क्योंकि मामले में दूसरी पार्टी के साथ उनके संबंध खुले तौर पर दिखाई दे रहे हैं। क्या सीजेआई चंद्रचूड़ ऐसी स्थिति में हमें न्याय दे पाएंगे। हमें तारीख पर तारीख मिल रही है और एक अवैध सरकार चल रही है। शिवसेना और एनसीपी इस तरह से टूट गई। हमें न्याय नहीं मिल रहा है और पीएम मोदी बहुत रुचि ले रहे हैं महाराष्ट्र की अवैध सरकार को बचाने के लिए। जिस CJI से हमें न्याय दिलाने की अपेक्षा की जाती है उसके साथ PM का ऐसा रिश्ता है इसलिए कल महाराष्ट्र के मन में एक संदेह पैदा हो गया।

संजय राउत के बयान पर काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन और भाजपा के राज्यसभा सांसद वरिष्ठ अधिवक्ता मनन कुमार मिश्रा ने कहा कि संजय राउत एक अनुभवी नेता हैं। मैं इस बारे में ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहूंगा लेकिन जो लोग इस मामले से जुड़े हैं, वे थोड़ा विरोध करेंगे। उन्हें पता है कि इससे सुप्रीम कोर्ट के किसी फैसले पर कोई असर नहीं पड़ेगा, यह एक सामाजिक-धार्मिक समारोह था। प्रधानमंत्री वहां गए, पूजा-अर्चना की और फिर लौट गए। अगर कोई अलग तरह की मुलाकात होती तो वह गोपनीय तरीके से होती। वे फेसटाइम या व्हाट्सएप पर बात करते लेकिन इन मुलाकातों का मजाक उड़ाया जा रहा है। कल एक राजनेता विदेश गए और भारत विरोधी तत्वों से मिले लेकिन न तो संजय राउत और न ही कोई कांग्रेस नेता इस पर कुछ बोलते हैं लेकिन अगर प्रधानमंत्री सीजेआई से मिलने गए, तो न्यायपालिका और कार्यपालिका के बीच अच्छे समन्वय की सराहना करने के बजाय इस पर विरोध किया जा रहा है।

आप सांसद संजय सिंह ने भाजपा नेता बीएल संतोष द्वारा सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए पोस्ट पर कहा कि इसका मतलब है कि बीएल संतोष ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भाजपा राजनीतिक लाभ के लिए पूजा का उपयोग करती है। भाजपा ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पीएम मोदी द्वारा सीजेआई चंद्रचूड़ के आवास पर गणेश पूजा में भाग लेने के पीछे का उद्देश्य हलचल पैदा करना था।

आरजेडी नेता मनोज झा ने कहा कि हर संस्थान की स्वतंत्रता सिर्फ सैद्धांतिक नहीं होनी चाहिए बल्कि यह दिखनी भी चाहिए। गणपति पूजन में शामिल होना एक बहुत ही निजी मामला है लेकिन इससे असहज संदेश जाता है।

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