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‘राहुल गांधी को लोकतंत्र के बारे में बोलने का कोई हक नहीं, उनकी दादी ने लगाया था आपातकाल’, बोले शाह

SaumyaV
1 April 2024 12:30 PM GMT
‘राहुल गांधी को लोकतंत्र के बारे में बोलने का कोई हक नहीं, उनकी दादी ने लगाया था आपातकाल’, बोले शाह
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भाजपा नेता शाह ने रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में 'लोकतंत्र बचाओ' रैली को लेकर इंडिया गठबंधन की पार्टियों पर भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि चाहे आप कितनी भी पार्टियां इकट्ठा कर लें, चुनाव के बाद प्रधानमंत्री के रूप में केवल मोदी ही आने वाले हैं।

राजस्थान के जोधपुर में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी को अब लोकतंत्र के बारे में बात करने का कोई अधिकार नहीं है, क्योंकि उनकी दादी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाया था। उस दौरान लाखों लोगों को जेल में डाल दिया गया था और राजनीतिक दलों पर प्रतिबंध लगा दिया गया था।

भाजपा नेता शाह ने रविवार को दिल्ली के रामलीला मैदान में 'लोकतंत्र बचाओ' रैली को लेकर इंडिया गठबंधन की पार्टियों पर भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि चाहे आप कितनी भी पार्टियां इकट्ठा कर लें, चुनाव के बाद प्रधानमंत्री के रूप में केवल मोदी ही आने वाले हैं। गृह मंत्री ने जोधपुर में अपनी चुनावी रैली में कहा कि जो भ्रष्टाचार करेगा वह सलाखों के पीछे जाएगा। उन्होंने कहा कि देश की जनता नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने के लिए तैयार है। उनके अगले कार्यकाल में भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।

अमित शाह की यह प्रतिक्रिया भारत के शीर्ष नेताओं द्वारा लोकतंत्र और संविधान को बचाने के लिए तथा भाजपा को हराने के लिए लोगों से आह्वान करने के एक दिन बाद आई है। विपक्ष के शीर्ष नेताओं द्वारा आरोप लगाया गया है कि सरकार के ‘तानाशाही’ कार्यों के कारण विपक्ष लोकसभा चुनावों में समान अवसर से वंचित हो गया है।

गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लोकसभा चुनाव में ‘मैच फिक्सिंग’ करने की कोशिश करने का आरोप लगाया था। उन्होंने चेतावनी दी थी कि अगर बीजेपी इस प्रयास से चुनाव जीतती है और संविधान में ‘बदलाव’ करती है, तो पूरा देश खत्म हो जाएगा।

सार्वजनिक बैठक (लोकतंत्र बचाओ) का उद्देश्य आप प्रमुख सह दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और झामुमो नेता हेमंत सोरेन की गिरफ्तारी और विपक्षी पार्टियों को आयकर नोटिस के बाद उनके नेताओं के खिलाफ एजेंसियों के कथित दुरुपयोग सहित ‘लोकतंत्र पर हमले’ के मुद्दे को उजागर करना था।

गहलोत जी का एक ही लक्ष्य है, बेटे को मुख्यमंत्री बनाना

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह सोमवार को जोधपुर के एयरपोर्ट रोड स्थित पोलो ग्राउंड में पहुंचे थे जहां पर भाजपा का शक्ति प्रमुख सम्मेलन किया गया। इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पूर्व सीएम गहलोत पर भी निशाना साधा। शाह ने कहा अशोक गहलोत जी अगर बेटे को जिताने में से फ्री हो जाओ तो मेरी बात का जवाब देना। मैंने तो आज सार्वजनिक रूप से हिसाब दिया है। हिसाब देखकर दिन तय करना हमारे युवा मोर्चा के अध्यक्ष को चर्चा करने भेज दूंगा, दो-दो हाथ कर लेना।

वहीं, शाह ने ईआरसीपी को लेकर गहलोत पर तंज कसते हुए कहा कि ईआरसीपी का वादा किया तो सब लोग हंस रहे थे। गहलोत जी पूछ रहे थे कहां से लाएंगे। गहलोत जी भजनलाल तो पहली बार मुख्यमंत्री बने हैं, पांच महीने में ही ईआरसीपी को जमीन पर उतारने का काम कर दिया। शाह ने कहा कि कहा कि इस बार लोकसभा चुनाव में हमारे नेता नरेंद्र मोदी ने 400 से ज्यादा का लक्ष्य रखा है। इस लक्ष्य की पूर्ति कोई नेता नहीं कर सकता। भाजपा का कार्यकर्ता ही कर सकता है।


'आपने जन्मभूमि के साथ भी कुठाराघात किया'

वहीं, मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने भी पूर्व सीएम अशोक गहलोत पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मैं जोधपुर का भी पूरा चिट्ठा लेकर आया हूं, गहलोत ने कितनी घोषणा बजट और विधानसभा में की है, आपने घोषणा पत्र के कितने वादे पूरे किए और हमने कितने। उन्होंने कहा कि 30 प्रतिशत भी जोधपुर में पूरा नहीं किया। यहां तो झूठ नहीं बोलते, आप यहां के रहने वाले हैं और ये आपकी जन्मभूमि है। उन्होंने जन्मभूमि को भी नहीं छोड़ा। जोधपुर के साथ भी कुठाराघात किया। 70 प्रतिशत काम की घोषणा की और उसे भी पूरा नहीं किया।

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