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कांग्रेस नेताओं को संभल जाने से रोकने पर सियासी घमासान! विपक्ष ने केंद्र सरकार पर लोकतंत्र की हत्या का लगाया आरोप
नई दिल्ली। लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल को हिंसा प्रभावित संभल जाते समय रोके जाने पर सियासी घमासान शुरू हो गया है। विपक्ष के लोग केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए निशाना साधते हुए कहा कि यह लोग लोकत्रंत की हत्या कर रहे है।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि यह पूरी तरह से अन्यायपूर्ण है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को संभल जाने से रोका जा रहा है। उनका मानना था कि एक जनप्रतिनिधि का यह अधिकार है कि यदि कोई महत्वपूर्ण मुद्दा सामने आता है, तो वह उसे जाकर देखे और लोगों की आवाज सुने। थरूर ने इसे गलत ठहराते हुए कहा कि इस प्रकार की रोक-टोक लोकतंत्र के मूल अधिकारों के खिलाफ है।
आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा कि जब आप विपक्ष के लोगों को संभल जाने देंगे, तो स्थिति सुधर जाएगी लेकिन सरकार को इससे क्या परेशानी है। केवल सत्तावादी और तानाशाह लोगों को ही इससे परेशानी होगी।
कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी ने कहा कि सरकार कांग्रेस नेताओं को संभल जाने नहीं देगी क्योंकि वह सच्चाई का सामना नहीं कर सकते। उनके मुताबिक, जब विपक्षी नेता जैसे राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा सच्चाई जानने और प्रभावितों से मिलने के लिए जा रहे हैं, तो उन्हें रोकने की कार्रवाई सरकार द्वारा की जाती है, जो दर्शाता है कि सरकार सच्चाई को सामने आने से डरती है। मगर कांग्रेस पार्टी विरोध करती रहेगी, क्योंकि यह लोकतांत्रिक अधिकार है। सरकार विपक्षी नेताओं की आवाज को दबाने के लिए इस प्रकार की कार्रवाई करती है, जबकि उनका एकमात्र उद्देश्य जनता की समस्याओं को सामने लाना है।