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पीएम ने कहा- मैं भी बना सकता था कोई शीशमहल! मोदी ने कभी अपने लिए घर नहीं बनाया लेकिन गरीबों के लिए 4 करोड़ से ज्यादा घर बनवाए

Tripada Dwivedi
3 Jan 2025 3:09 PM IST
पीएम ने कहा- मैं भी बना सकता था कोई शीशमहल! मोदी ने कभी अपने लिए घर नहीं बनाया लेकिन गरीबों के लिए 4 करोड़ से ज्यादा घर बनवाए
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नई दिल्ली। अशोक विहार के रामलीला मैदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शुक्रवार को नजफगढ़ में वीर सावरकर कॉलेज की आधारशिला रखी और नौरोजी नगर में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर व सरोजिनी नगर में जीपीआरए टाइप-II क्वार्टर का वर्चुअल उद्घाटन किया। इसके अलावा उन्होंने स्वाभिमान अपार्टमेंट में इन-सीटू स्लम पुनर्वास परियोजना के अंतर्गत बने फ्लैटों की चाबियां लाभार्थियों को सौंपी।

पीएम मोदी ने एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए दिल्ली सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि वर्ष 2025 राष्ट्रीय राजधानी में सुशासन को नई दिशा देगा। लोक कल्याण और राष्ट्र कल्याण की नई राजनीति शुरू होगी। दिल्ली को 'आपदा' से मुक्त करना है और भाजपा को लाना है। देश अच्छी तरह जानता है कि मोदी ने कभी अपने लिए घर नहीं बनाया लेकिन गरीबों के लिए 4 करोड़ से ज्यादा घर बनवाए हैं। मैं भी कोई शीशमहल बना सकता था।

पीएम मोदी ने कहा कि दिल्ली के लोग यमुना की स्थिति देखकर दुखी हैं। ये कैसी 'आपदा' है, जो कहती है कि यमुना साफ करने से वोट नहीं मिलेंगे। क्या वोट के बिना यमुना को ऐसे ही छोड़ दिया जाएगा। इस 'आपदा' ने दिल्लीवासियों की जिंदगी टैंकर माफिया के हवाले कर दी है। आज भारत राजनीतिक और आर्थिक स्थिरता का प्रतीक बन गया है। 2025 में भारत की यह भूमिका और भी मजबूत होगी। यह वर्ष दुनिया में भारत की स्थिति को मजबूत करने का वर्ष होगा। यह भारत को दुनिया के सबसे बड़े विनिर्माण केंद्रों में से एक बनाने का वर्ष होगा।

पीएम मोदी ने कहा कि आज जब मैं यहां आया हूं, तो कई पुरानी यादें याद आना स्वाभाविक है। जब देश इंदिरा गांधी की तानाशाही के खिलाफ लड़ रहा था, तो मेरे जैसे कई लोग जो भूमिगत आंदोलन का हिस्सा थे, उनके लिए अशोक विहार एक रहने की जगह हुआ करती थी।

पीएम मोदी ने दिल्ली सरकार पर शिक्षा क्षेत्र की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले 10 सालों से दिल्ली की सरकार ने स्कूली शिक्षा को नुकसान पहुंचाया है। केंद्र सरकार ने जो फंड दिया, उसका आधा भी शिक्षा पर खर्च नहीं किया गया। दिल्ली के लोग अब कह रहे हैं कि 'आपदा को नहीं सहेंगे, बादल के रहेंगे'। दिल्ली को स्वच्छ, सुशासित और भ्रष्टाचार मुक्त बनाना हमारा लक्ष्य है।

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