जल संकट से निपटने के लिए पीएम मोदी का बड़ा कदम, केन-बेतवा लिंक परियोजना का उद्घाटन
खजुराहो, मध्य प्रदेश। पीएम नरेंद्र मोदी ने केन-बेतवा लिंक परियोजना का शिलान्यास कर दिया है। इस परियोजना से मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के लोगों को फायदा होगा। किसानों को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा और शहरों में पेयजल भी उपलब्ध कराया जा सकेगा।
इस दौरान उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए ईसाई समुदाय के लोगों को क्रिसमस की शुभकामनाएं दीं और उन्होंने मोहन यादव के नेतृत्व में भाजपा सरकार द्वारा एक वर्ष की अवधि पूरी करने पर बधाई देते हुए कहा कि पिछले एक साल में विकास को नई दिशा मिली है और करोड़ों रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया गया है। उन्होंने इसे जल सुरक्षा के दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
पीएम मोदी ने जल सुरक्षा पर भी विशेष ध्यान केंद्रित करते हुए कहा कि 21वीं सदी की सबसे बड़ी चुनौतियों में जल सुरक्षा प्रमुख है। उन्होंने कांग्रेस की पूर्व सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस ने कभी जल संकट को हल करने के बारे में नहीं सोचा। मोदी ने बताया कि देश को आजादी मिलने के बाद सबसे पहला काम जल शक्ति का था और इस पर बाबा साहेब अंबेडकर के प्रयासों को अनदेखा किया गया।
उन्होंने आगे कहा कि अगर जल संसाधनों और बांधों के निर्माण की परिकल्पना का श्रेय किसी एक महापुरुष को जाता है तो वह बाबा साहेब अंबेडकर हैं। मोदी ने जल प्रबंधन को 21वीं सदी में देश की तरक्की के लिए आवश्यक बताया और कहा कि वही देश तरक्की कर पाएगा जिसके पास पर्याप्त जल होगा और जल प्रबंधन सही होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने गुजरात के अनुभव को साझा करते हुए कहा कि वह एक राज्य से आते हैं जो सूखे की मार झेलता था लेकिन मध्य प्रदेश से निकलने वाली नर्मदा नदी के आशीर्वाद से गुजरात की किस्मत बदल गई। उन्होंने इस बात को भी बताया कि केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना के जरिए लगभग 11 लाख हेक्टेयर जमीन तक नल से पानी पहुंचाने का लक्ष्य है।