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कांग्रेस में सब ALL Is Well नहीं, जल्दी बड़े बदलाव की संभावना
कांग्रेस (Congress) में इन दिनों सब कुछ ठीक है का दिखावा तो चल रहा है पर अंदर अंदर कई मामलों में कई नाराजगियों का दौर भी चल रहे हैं। 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर जहां एक तरफ सरगर्मी बनी हुई है वहीं दूसरी और संगठनात्मक बदलाव के लिए भी दबाव भी बन रहा है। पर कोई चेहरा सामने नहीं आ पा रहा है।
मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) पार्टी के मुखिया तो बन गए लेकिन अब तक संगठन में कोई बड़े बदलाव नहीं कर पाए हैं।काफी समय से यह चर्चा है कि कांग्रेस (Congress) के संगठन में नए चेहरों को प्रवेश दिया जाएगा और पार्टी को मजबूत करने की कोशिश की जाएगी पर धरातल पर परिस्थिति कुछ और ही नजर आ रही है।जब से मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) अध्यक्ष बने हैं तभी से कांग्रेस में संगठनात्मक बदलाव की बात चल रही है पर अभी तक इस दिशा में कोई ठोस बदलाव नहीं किया गया है। सूत्रों का दावा है कि जल्द ही पार्टी में एक संगठन के अध्यक्ष को बदलने पर चर्चा हो रही है।
संगठन के अध्यक्ष के नाम के बारे में अभी चर्चा है की उनकी कुर्सी का एक पैर डोल रहा है। जिस कारण उनके पद में बदलाव होना तय माना जा रहा है।फिलहाल अध्यक्ष के नाम पर सस्पेंस बना रहने देते है। क्यू की जब बदलाव होगा तब तो सभी को अध्यक्ष के नाम के बारे में पता चल ही जाएगा। पार्टी के अंदर शीर्ष नेतृत्व के पसंदीदा माने जाने वाले यह अध्यक्ष पिछले कुछ दिनों से सभी के आंखों में चुभने लगे हैं। पिछले कुछ दिनों से उनके प्रति नाराजगी अचानक बढ़ गई और यह नाराजगी इतनी हो गई कि उनकी शिकायतें शीर्ष नेतृत्व पहुंचाई गई है। उनके बारे में सबसे ज्यादा शिकायतें इस बात की है कि काम कम और प्रचार-प्रसार में वे ज्यादा लगे हुए हैं।
साथ ही उनकी पार्टी में दो सीनियर नेताओं से भी ठनी पड़ी है। ऐसे में उनका पद जाना लगभग तय माना जा रहा है।पर सवाल यह नहीं कि उनकी सीट जाएगी या नहीं सवाल यह है कि उनके जगह किससे मौका दिया जाएगा क्योंकि कांग्रेस (Congress) पार्टी है जहां पर पद 1 और चाहने वाले हजार है यहां मौका नहीं मिला तो तुरंत पार्टी बदल दी जाती है ऐसे में मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) और कांग्रेस के बाकी शीर्ष नेताओं के लिए किसी भी नए चेहरे का चुनाव करना किसी चुनौती से कम नहीं होती पुराने अध्यक्ष जहां अपने आप को बचाने के लिए लॉबिंग में लगे हुए हैं वही कई नए चेहरे अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रहे हैं पुराने अध्यक्ष महोदय का तो यह हाल है कि अपनी सीट बचाने के लिए गांधी परिवार और खड़के के करीबियों तक वह अपनी दुहाई लेकर पहुंच चुके हैं और किसी तरह से अपनी सीट बचाने की कोशिश में लगे हुए हैं अब यह भविष्य में ही पता चलेगा किसकी विकेट गिरेगी और किसे कप्तानी मिलेगी।