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महाराष्ट्र सरकार ने स्वदेशी गाय को 'राजमाता-गौ माता' का दिया दर्जा
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मुंबई। महाराष्ट्र सरकार ने स्वदेशी गाय के महत्व को देखते हुए इसे औपचारिक रूप से 'राजमाता-गौमाता' का दर्जा दिया है। प्रदेश सरकार ने कहा कि स्वदेशी गाय को भारतीय संस्कृति में वैदिक काल से ही महत्वपूर्ण स्थान हासिल है। इसका महत्व धार्मिक, चिकित्सा और कृषि में हैं। मानव आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा गाय का दूध माना जाता है। इस तरह गाय को राज्यमाता घोषित करने वाला महाराष्ट्र देश का पहला राज्य बन गया है।
इसकी जानकारी महाराष्ट्र के राज्यपाल के सीपी राधाकृष्णन की ओर से हस्ताक्षरित एक सरकारी आदेश के जरिए की गई है। इसमें कहा गया कि गाय प्राचीन काल से ही मानव जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रही हैं। प्राचीन काल से गाय को मान्यता के रूप में कामरेणु का नाम दिया गया। इसका ऐतिहासिक, वैज्ञानिक और आध्यात्मिक महत्व है। हमें पूरे देश में गायों की विभिन्न नस्लें मिलती हैं लेकिन देशी गायों की संख्या तेजी से घट रही है।