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आज से लोकसभा शीतकालीन सत्र शुरू! पीएम मोदी ने कहा- जिन्हें जनता ने लगातार 80-90 बार नकार दिया है, वे संसद में चर्चा नहीं होने देते

Tripada Dwivedi
25 Nov 2024 11:05 AM IST
आज से लोकसभा शीतकालीन सत्र शुरू! पीएम मोदी ने कहा- जिन्हें जनता ने लगातार 80-90 बार नकार दिया है, वे संसद में चर्चा नहीं होने देते
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नई दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र आज सोमवार से शुरू हो रहा है। यह सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान वक्फ (संशोधन) समेत 11 अन्य विधेयकों चर्चा के लिए सूचीबद्ध किया गया है। यानी कुल 16 विधेयक होंगे, जिन्हें सरकार इस सत्र में पारित करवाने की तैयारी में है।

वहीं संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसद परिसद से देश को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि 2024 का अंतिम चरण चल रहा है और देश 2025 की तैयारी कर रहा है। संसद का यह सत्र कई मायनों में खास है और सबसे महत्वपूर्ण बात संविधान के 75वें वर्ष की शुरुआत है। कल संविधान सदन में सभी लोग हमारे संविधान की 75वीं वर्षगांठ का जश्न मनाएंगे।

पीएम मोदी ने संसद में हंगामे को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग जिन्हें जनता ने नकार दिया है, वे लगातार मुट्ठीभर लोगों की गुंडागर्दी के जरिए संसद को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं। देश की जनता उनके सारे कर्म गिनाती है और समय आने पर उन्हें सजा भी देती है। मगर सबसे पीड़ादायक बात यह है कि नए सांसद नए विचार, नई ऊर्जा लेकर आते हैं और वे किसी एक पार्टी के नहीं बल्कि सभी पार्टियों के होते हैं। कुछ लोग उनके अधिकारों का हनन करते हैं और उन्हें सदन में बोलने का मौका भी नहीं मिलता लेकिन जिन्हें जनता ने लगातार 80-90 बार नकार दिया है, वे संसद में चर्चा नहीं होने देते। वह न तो लोकतंत्र की भावना का सम्मान करते हैं और न ही वे लोगों की आकांक्षाओं के महत्व को समझते हैं। उनके प्रति उनकी कोई जिम्मेदारी नहीं है, वे उन्हें समझ नहीं पाते और इसका नतीजा यह होता है कि वे कभी भी लोगों की उम्मीदों पर खरे नहीं उतर पाते।

पीएम मोदी ने कहा कि भारत के मतदाता लोकतंत्र के प्रति समर्पित हैं, संविधान के प्रति उनका समर्पण है, संसदीय कार्य प्रणाली में उनकी आस्था है, संसद में बैठे हम सभी को जन-भावनाओं पर खरा उतरना होगा और यह समय की मांग है। इसकी भरपाई का एक ही तरीका है कि हम सदन में बहुत ही स्वस्थ तरीके से हर विषय के विभिन्न पहलुओं को उजागर करें, आने वाली पीढ़ियों को भी इससे प्रेरणा मिलेगी। मुझे उम्मीद है कि यह सत्र बहुत ही फलदायी होगा। मैं एक बार फिर सभी सम्मानित सांसदों को इस सत्र को जोश और उत्साह के साथ आगे बढ़ाने के लिए आमंत्रित करता हूं।

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