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राज्यसभा में बजट को लेकर जेपी नड्डा ने विपक्ष पर किया हमला! ओबीसी पर राहुल को घेरा! बताया- बजट में मिडिल क्लास को क्या-क्या मिला
नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र का आज 10वां दिन है। राज्यसभा में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने केंद्रीय बजट पर बात करते हुए कहा कि इस बार का बजट सर्वसमावेशी है। ये सतत विकास और आर्थिक लचीलापन का बजट है। आज दुनिया के विकसित देशों की आर्थिक स्थितियां डगमगा रही हैं, लेकिन हम आर्थिक लचीलेपन के साथ कोविड महामारी के बाद मजबूती के साथ खड़े हैं। यह बजट व्यापक और आर्थिक सामाजिक विकास को समर्पित है। इस बजट की प्राथमिकता है- इंफ्रास्ट्रक्चर विकास, टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन, सोशल वेलफेयर। ये बजट सबको समान अवसर देने वाला है।
जेपी नड्डा ने कहा कि लीकेज प्रूफ और लास्ट माइल डिलीवरी का आश्वासन जरूरी है लेकिन लंबे समय तक जो लोग देश पर राज करते रहे, उन्होंने इस ओर ठोस कदम नहीं उठाए। इस कारण से आमदनी और लीकेज का गहरा रिश्ता रहा। एक समय तो ऐसा था, जब प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं एक रुपया भेजता हूं, 85 पैसा बीच में ही खत्म हो जाता है, 15 पैसा ही उन तक पहुंचता है। इसके बाद आप बजट की कितनी ही बातें कर लो, वो देश के लिए कितने हित का था, वो समझ आ जाता है। आंकड़ों से देश नहीं चलता है, लीक प्रूफ व्यवस्था के साथ लास्ट माइल डिलीवरी का आश्वासन जरूरी है। इसलिए मोदी जी ने डीबीटी को डिजिटल इंडिया बनाया और डीबीटी के माध्यम से 37 लाख करोड़ रुपये देश के आम नागरिकों के बैंक खाते में सीधे भेजे गए।
उन्होंने कहा कि कई बार लोग कहते हैं कि मिडिल क्लास का क्या हुआ? उजाला योजना के तहत वितरित एलईडी बल्ब के कारण 20 हजार करोड़ रुपये का बिजली बिल कम हुआ और 47.7 मिलियन किलो वाट ऊर्जा बचाई गई। उसी तरह सौभाग्य योजना के तहत 2 करोड़ 60 लाख घरों को बिजली का कनेक्शन दिया गया। आवास योजना के तहत 4 करोड़ घर हम बना चुके और मोदी 3.0 की पहली कैबिनेट में फैसला किया गया कि हम 3 करोड़ अतिरिक्त नए घर बनाएंगे। जल जीवन मिशन के तहत 11 करोड़ से अधिक जल कनेक्शन दिए गए और IIM बैंगलोर का कहना है कि करीब 2 करोड़ रोजगार सिर्फ जल जीवन मिशन से सृजित होंगे। उन्होंने आगे कहा कि रिफॉर्म्स का दशक 2004 से 2014 तक था लेकिन इस दशक को हमने व्यर्थ कर दिया, इसका हमने उपयोग नहीं किया। कांग्रेस ने कहा कि गांव का व्यक्ति डिजिटल जानता ही नहीं है, ये भारत तो पढ़ा लिखा ही नहीं है। मैं बताना चाहता हूं , आज हाट में बैठने वाला व्यक्ति भी क्यूआर कोड लगाकर पेमेंट लेता है। आज गांव में 2 लाख से अधिक कॉमन सर्विस सेंटर खुले हैं।
जेपी नड्डा ने राहुल गांधी पर हमला करते हुए कहा कि वोटों के खातिर आप इतने लालायित हो गए हैं कि आप आज ओबीसी के चैंपियन बन रहे हैं। आप बताइए कि कांग्रेस की वर्किंग कमिटी में कितने ओबीसी हैं? राजीव गांधी फाउंडेशन के बोर्ड में कितने ओबीसी/एससी/एसटी हैं? UPA की नेशनल एडवाइजरी कमिटी में कितने ओबीसी/एससी/एसटी थे? घड़ियाली आंसू बहाने से काम नहीं चलता है, ओबीसी के साथ जीना पड़ता है, दिखावे से काम नहीं चलता है। मोदी जी की पहली, दूसरी और तीसरी कैबिनेट में सबसे ज्यादा ओबीसी/एससी/एसटी मंत्री रहे हैं।
जेपी नड्डा ने अग्निवीर को लेकर विपक्ष द्वारा सवाल खड़े किए जाने को लेकर कहा कि आज कल अग्निवीर पर राजनीति हो रही है। देखिए, मैं पहले कहता हूं कि नेशनल इंटरेस्ट के साथ राजनीति नहीं होनी चाहिए। आप अग्निवीर के रिकमेंडेशन को गहराई से पढ़िए, दुनिया की आर्मी की स्टडी कीजिए। जब अटैक होगा तो ये नहीं पूछेगा कि ये कमल को जा रहा है या हाथ को जा रहा है। इसलिए आर्मी को हमें राजनीति से बाहर रखना चाहिए। अग्निवीर में जो फैसला लिया गया है 400-500 मीटिंग, कंसल्टेशन के बाद लिया गया है। ये फैसला किसी की भावनाओं को भड़काने के लिए नहीं लिया गया है, देश की आर्मी को मुश्तैद करने के लिए लिया गया है।