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बांग्लादेश और भारत के बीच हुआ महत्वपूर्ण समझौता, अब दोनों देशों के बीच भारतीय रुपये में होगा व्यापार
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना की आज शनिवार को दिल्ली के हैदराबाद हाउस में प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक हुई। दोनों देश के प्रधानमंत्री की उपस्थिति में समझौता ज्ञापनों और समझौतों का आदान-प्रदान किया गया। इसके बाद दोनों देश के प्रधानमंत्री ने संयुक्त प्रेस बयान जारी किया है।
पीएम मोदी ने कहा कि पिछले एक साल में हम करीब 10 बार मिले हैं लेकिन आज की मुलाकात इसलिए खास है क्योंकि प्रधानमंत्री शेख हसीना हमारी सरकार के तीसरे कार्यकाल में हमारी पहली राजकीय अतिथि हैं। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश हमारी नेबरहुड फर्स्ट पॉलिसी, एक्ट ईस्ट पॉलिसी, विज़न सागर और इंडो-पैसिफिक विजन के संगम पर स्थित है। पिछले एक ही वर्ष में हमने साथ मिलकर लोक कल्याण के अनेक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट्स को पूरा किया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच भारतीय रुपये में व्यापार शुरू हो गया है। भारत और बांग्लादेश के बीच गंगा नदी पर दुनिया की सबसे लंबी रिवर क्रूज सफलतापूर्वक पूरी हो गई है।
पीएम ने कहा कि भारत और बांग्लादेश के बीच पहली क्रॉस-बॉर्डर मैत्री पाइपलाइन पूरी हो गई है। भारतीय ग्रिड के माध्यम से नेपाल से बांग्लादेश को बिजली का निर्यात ऊर्जा क्षेत्र में उप-क्षेत्रीय सहयोग का पहला उदाहरण बन गया है। सिर्फ एक साल में इतने सारे क्षेत्रों में इतनी बड़ी पहल को लागू करना हमारे संबंधों की गति और पैमाने को दर्शाता है। इसके साथ ही मोदी ने कहा कि मैं आज शाम के क्रिकेट विश्व कप मैच के लिए दोनों टीमों को शुभकामनाएं देता हूं। बांग्लादेश भारत का सबसे बड़ा विकास साझेदार है और हम बांग्लादेश के साथ अपने संबंधों को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हैं।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा कि बांग्लादेश के 12वें संसदीय चुनाव और जनवरी 2024 में हमारी नई सरकार के गठन के बाद यह किसी भी देश की मेरी पहली द्विपक्षीय यात्रा है। भारत हमारा प्रमुख पड़ोसी, विश्वसनीय मित्र और क्षेत्रीय साझेदार है। बांग्लादेश भारत के साथ हमारे संबंधों को बहुत महत्व देता है, जो 1971 में हमारे मुक्ति संग्राम के दौरान पैदा हुए थे। मैं भारत के उन बहादुर, शहीद नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं जिन्होंने 1971 में हमारे मुक्ति संग्राम के दौरान अपने प्राणों की आहुति दी।